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टोक्यो ओलंपिक से बाहर होने के बाद छलका नाओमी ओसाका का दर्द

ओलंपिक उद्घाटन समारोह में आखिरी मशालवाहक के रूप में स्टेडियम में पहुंचकर कुंड में ओलंपिक लौ को प्रज्जवलित करने वाली ओसाका टेनिस प्रतियोगिता से बाहर के बाद निराश हैं।

Naomi Osaka, Tennis, Sports, Tokyo Olympic - India TV Hindi Image Source : GETTY Naomi Osaka

टोक्यो ओलंपिक में जापान की ‘पोस्टर गर्ल’ रही टेनिस स्टार नाओमी ओसाका उलटफेर का शिकार होकर महिला एकल वर्ग से बाहर हो गई जिससे मेजबान देशवासियों के साथ ही दुनिया भर में उनके प्रशंसक स्तब्ध रह गए। 

खेलों के उद्घाटन समारोह में आखिरी मशालवाहक के रूप में स्टेडियम में पहुंचकर कुंड में ओलंपिक लौ को प्रज्जवलित करने वाली ओसाका ने समारोह के बाद कहा था कि किसी खिलाड़ी के लिये यह सबसे बड़ी उपलबधि है और इस सम्मान को वह ताउम्र नहीं भुला सकेंगी। 

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इसी लम्हे को याद करके शायद वह चेक गणराजय की मर्केटा वोंड्रोउसोवा के हाथों महिला एकल स्पर्धा के तीसरे दौर में 1.6,4.6 से मिली हार को भुला सकें। 

ओसाका ने कहा ,‘‘ हर हार उदासी का कारण होती है लेकिन इस हार से बहुत दुख हुआ है।’’ चार बार की ग्रैंड स्लैम चैम्पियन और दुनिया की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली महिला खिलाड़ी ओसाका टोक्यो ओलंपिक में की पोस्टर गर्ल रही।

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उन्होंने कहा ,‘‘मुझे लगता है कि काफी दबाव था। शायद इसलिये भी कि यह मेरा पहला ओलंपिक था।’’ दुनिया की दूसरे नंबर की खिलाड़ी का जन्म जापान में हुआ लेकिन वह अमेरिका में पली बढी हैं। 

उनकी प्रतिद्वंद्वी मर्केटा ने भी स्वीकार किया ,‘‘उसके लिये जापान में खेलना और वह भी ओलंपिक में, काफी कठिन था। इतना ज्यादा दबाव कि कोई कल्पना भी नहीं कर सकता।’’