भारत के लंबी दूरी के धावक मुरली कुमार गावित का पिछले साल एशियाई एथलेटिक्स चैंपियनशिप में जीता गया कांस्य पदक रजत पदक में बदल सकता है क्योंकि दूसरे स्थान पर रहने वाले बहरीन के खिलाड़ी हसन चानी को एथलेटिक्स बायोलॉजिकल पासपोर्ट (एबीपी) उल्लंघन के लिये अयोग्य घोषित करार दिया गया है।
ट्रैक एवं फील्ड में डोपिंग रोधी कार्यक्रम देखने वाले एथलेटिक्स इकाई के अनुशासनात्मक पंचाट ने गुरुवार को चानी को विश्व एथलेटिक्स डोपिंग रोधी नियमों के तक एबीपी उल्लंघन के लिये 16 मार्च से चार साल के लिये प्रतिबंधित कर दिया है।
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पंचाट ने फैसला सुनाया है कि तीन अगस्त 2017 से 16 मार्च 2020 तक के उसके सभी परिणाम को अयोग्य माना जाएगा। चानी दोहा में 2019 में हुई एशियाई चैंपियनशिप में पुरुषों की 10000 मीटर दौड़ में 28 मिनट 31.30 सेकेंड के साथ दूसरे स्थान पर रहे थे जबकि गावित 28 मिनट 38.34 सेकेंड का समय निकाला था।
बहरीन के ही एक अन्य एथलीट दावित फिकादु ने स्वर्ण पदक जीता था। चानी ने 2018 एशियाई खेलों में 10000 मीटर में स्वर्ण पदक जीता था।