कोलकाता। विश्व चैम्पियन और ओलंपिक पदकधारी अशोक कुमार को लगता है कि मनप्रीत सिंह की अगुआई वाली भारतीय पुरूष हॉकी टीम पदक की दौड़ में थी लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण तोक्यो ओलंपिक खेलों को एक साल के लिये स्थगित कर दिया गया।
भारत की 1975 विश्व चैम्पियन टीम के अहम सदस्य और म्यूनिख ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता अगले साल टीम की फार्म को लेकर संशकित हैं क्योंकि उसे लय हासिल करने की जरूरत होगी। पाकिस्तान के खिलाफ 1975 विश्व कप फाइनल में विजयी गोल दागने वाले कुमार ने पीटीआई से कहा, ‘‘अगर ओलंपिक इस साल होते तो हमारे पास निश्चित रूप से कुछ मौके थे। हमने सुधार किया था और हम वहां कुछ अच्छे नतीजे हासिल कर सकते थे।’’ कुमार को लगता है कि इस लंबे ब्रेक के कारण कोच ग्राहम रीड को भी थोड़ी एहतियात बरतनी होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि (मुख्य कोच) ग्राहम रीड के दिमाग में भी अब बड़ा सवाल बना हुआ होगा। कोचिंग बंद दरवाजों के अंदर हो रही है। जब तक आप उन्हें मैचों में खेलते हुए नहीं देखोगे तो उनका आकलन कैसे करोगे। वे कोई मशीन नहीं है।’’
भारत ने 2019 में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए दुनिया की शीर्ष रैंकिंग की टीम बेल्जियम को प्रो लीग मुकाबले में 2-1 से मात दी थी। भारत ने अपने फाइनल प्रो लीग मुकाबले में मजबूत ऑस्ट्रेलिया से भी 2-2 से ड्रा खेला था जिसके बाद महामारी के कारण पूरी दुनिया रूक गयी।
कुमार ने कहा, ‘‘निश्चित रूप से लय टूट गयी है और इससे बड़ा अंतर पैदा होगा। अब आप नहीं कह सकते (कि हम पदक जीतेंगे)। हम इसके बारे में अगले साल बात करेंगे कि वे ओलंपिक की तैयारियों में कैसा प्रदर्शन करते हैं।
उन्होंने साथ ही कहा कि महिला टीम भी अच्छी फार्म में थी और अगर ओलंपिक इस साल होते तो उसने भी अच्छा प्रदर्शन किया होता। 70 साल के कुमार ने कहा, ‘‘यहां तक कि हमारी महिला टीम भी फार्म में शीर्ष पर थी और उनके पास भी अच्छा मौका था लेकिन अब हम कुछ नहीं कह सकते। हम अगले साल ही ओलंपिक के बारे में बात करेंगे।’’