मिलें ग्लैमरस बॉडी बिल्डर यास्मीन से जिसकी ख़ूबसरती के आगे हिरोइन पड़ जाएं फीकी
महिला बॉडी बिल्डिंग में एक नाम इन दिनों तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है जिसकी ख़ूबसूरती को देखकर बॉलीवुड की कई हिरोइन शर्मिंदा हो जाएं. हम ज़िक्र कर रहे हैं यास्मीन मानक का जो पेशे से पॉवर लिफ़्टर हैं.
हमारे देश में क्रिकेट के अलावा भी अन्य खेल तेज़ी से बड़ रहे हैं जिसमें महिलाए बढ़चढ़ के हिस्सा ले रही हैं. महिला बॉक्सिंग का ज़िक्र आते ही जहां मैरी कॉम का चेहरा सामने आ जाता है वहीं बैडमिंटन के मामले में पीवी सिंधू और साइना नेहवाल सामने आ जाते हैं. इसी तरह महिला बॉडी बिल्डिंग में एक नाम इन दिनों तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है जिसकी ख़ूबसूरती को देखकर बॉलीवुड की कई हिरोइन शर्मिंदा हो जाएं. हम ज़िक्र कर रहे हैं यास्मीन मानक का जो पेशे से पॉवर लिफ़्टर हैं. एक समय इस ग्लैमरस बॉडी बलिड्र को लोग बदसूरत, मोटी और भद्दी बोलते थे लेकिन आज जहां ये अपने हुस्न से लाखों लोगों को मदहोश कर रही हैं वहीं ताक़त के मामले में अच्छे-अच्छे मर्दों को पानी पिला दें.
यास्मीन यूपी की रहने वाली हैं. एक समय में यास्मीन देखने में बदसूरत लगती थीं. ज़ाहिर है उनमें किसी की ख़ास दिलचस्पी नहीं थी. 7 साल की यास्मीन ने जीवन में काफी उतार-चढ़ाव देखे हैं. 2 साल की उम्र में उनके माता-पिता अलग हो गए थे. उन्हें बचपन में एक बीमारी थी जिसकी वजह से वह काफी मोटी हो गई थीं. स्कूल और मोहल्ले में सभी उन्हें ताने मारते थे. इन्हीं बातों को उन्होंने माइंड किया और खुद को फिट करने का निर्णय लिया और पास वाली ही जिम में रोज एक्सासाइज करने जाने लगीं. उन्होंने जब 2013 में पॉवर लिफ्टिंग को अपना करियर चुना तो हर किसी ने इसका विरोध किया. लेकिन वह अपने फ़ैसले पर अटल रही अब वही वेटलिफ्टिंग उनकी पहचान बन गई है और वह मर्दों के भी रिकॉर्ड तोड़ती हैं.
मर्दों जैसी बॉडी रखने वाली यास्मीन शौक भी मर्दाने हैं. उन्होंने अपनी बॉडी से देश का नाम दुनिया में रौशन किया है. यास्मीन को आयरन वुमन के नाम से जाना जाता है. वह इंडियन बॉडी बिल्डिंग एंड फिटनेस फेडरेशन द्वारा आयोजित मिस इंडिया-2016 ख़िताब जीत चुकी हैं. इसके अलावा वह ग्लैडरेक्स मिसेज इंडिया-2005 का खिताब भी अपने नाम कर चुकी हैं. यास्मीन इन दिनों गुड़गांव में जिम चलाती हैं जहां लड़कियों और लड़कों को ट्रेंनिंग देती है. यास्मीन ने बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिताओं में कई ख़िताब जीते हैं। यास्मीन ने 2003 में एक एरोबिक स्टूडियो ‘स्कल्प्ट’ खोला था. इसके बाद साल 2007 में उन्होंने इसका विस्तार कर उसमें जिम भी खोल लिया और अब यासमीन अपने जिम में हर महीने करीब तीन सौ लड़के-लड़कियों को ट्रेनिंग देती हैं.
यास्मीन 66 किलो की हैं लेकिन उनका कहना है कि अपने से कहीं ज़्यादा वज़न उठा सकती हैं. यासमीन ओपन पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में उन्होंने हिस्सा लिया था उसमें 150 किलो वज़न उठा चुकी हैं. सबसे ज्यादा 180 किलो वजन उठाने वाली का वेट 95 किलो था. यास्मीन एक बॉडीब्लिडर होने के साथ-साथ दिखने में भी बला की ख़ूबसूरत हो गई हैं. वहीं उनका स्टाइल स्टेंटमेंट भी काफी आकर्षक है.
यास्मीन ने पिछले साल मुंबई में आयोजित बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता ‘फिट फैक्टर’ में भाग लिया था. उसमें वो फर्स्ट रनर अप रही थीं. फिलहाल उनकी नजर अगस्त और सितम्बर में होने वाले दो अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं पर हैं. इन दोनों ही जगहों पर वो देश का प्रतिनिधित्व करेंगी.