A
Hindi News खेल अन्य खेल मैरी कॉम ने मैच के बाद नहीं मिलाया निखत जरीन से हाथ, अब दिया ये बयान

मैरी कॉम ने मैच के बाद नहीं मिलाया निखत जरीन से हाथ, अब दिया ये बयान

जब नतीजा घोषित किया गया तो जरीन के घरेलू राज्य तेलंगाना मुक्केबाजी संघ के कुछ प्रतिनिधि इसका विरोध करने लगे।

Mary Kom, 2020 tokyo olympics, boxing, Boxing trials, controversy, mary kom, MC Mary Kom, nikhat zar- India TV Hindi Image Source : PTI Mary Kom did not meet Nikat Zarine after the match, now this statement

छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मेरीकाम (51 किग्रा) ने शनिवार को यहां निकहत जरीन को 9-1 से हराकर जापान के तोक्यो में अगले साल होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये भारतीय टीम में जगह बनायी। इस मुकाबले में मेरीकाम ने बहुत दमदार मुक्के जमाकर स्पष्ट अंक हासिल किये और टीम में जगह सुनिश्चित की लेकिन बाक्सिंग हॉल के अंदर माहौल तनावपूर्ण रहा क्योंकि जरीन ने ट्रायल की सार्वजनिक मांग कर विवाद खड़ा कर दिया था। 

मेरीकाम ने मुकाबले के बाद कहा,‘‘मैं थोड़ी नाराज थी। इसमें कोई शक नहीं। लेकिन अब सबकुछ हो गया। मैं आगे बढ़ गयी। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहूंगी कि बोलने से पहले प्रदर्शन करो, इससे पहले नहीं। आप रिंग में जो करते हो, उसे हर कोई देख सकता है।’’ 

मेरीकाम ने मुकाबले के बाद जरीन के गले लगाने की कोशिश का कोई प्रतिक्रिया नहीं की। इसके बारे में पूछने पर उन्होंने कहा, ‘‘हमारे खेल में इसे पकड़ना बोला जाता है। ’’ जरीन ने कहा, ‘‘उन्होंने जैसा बर्ताव किया, उससे मैं आहत हूं। उन्होंने रिंग के अंदर भी कुछ अभद्र भाषा का इस्तेमाल किया, लेकिन ठीक है।’’ 

जब नतीजा घोषित किया गया तो जरीन के घरेलू राज्य तेलंगाना मुक्केबाजी संघ के कुछ प्रतिनिधि इसका विरोध करने लगे। भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने बीच में आकर हालात नियंत्रित किये। तेलंगाना मुक्केबाजी संघ के प्रतिनिधित्व कर रहे एपी रेड्डी ने इस फैसले का जोरदार विरोध किया। अजय सिंह ने उन्हें रिंग के पास से हटने को कहा और निराश जरीन ने खुद उन्हें शांत किया।

रेड्डी ने बाद में पत्रकारों से कहा, ‘‘इस तरह की राजनीति में मुक्केबाजी आगे कैसे बढ़ेगी। ’’ मुकाबले के अंत में मेरीकाम जोश से भरी हुई दिख रही थी क्योंकि उन्होंने अपने संयम से प्रभावित किया। अन्य नतीजों में दो बार की विश्व रजत पदक विजेता सोनिया लाठेर (57 किग्रा) को साक्षी चौधरी ने शिकस्त दी।

एशियाई पदकधारी लाठेर चौधरी के तेज तर्रार आक्रमण के सामने नहीं टिक सकीं। वहीं 60 किग्रा वर्ग में पूर्व विश्व चैम्पियन एल सरिता देवी राष्ट्रीय चैम्पियन सिमरनजीत कौर से पराजित हो गयीं। इस मुकाबले में भी चपलता अहम रही जिससे सिमरनजीत ने सरिता को तेज मुक्कों से पस्त किया। विश्व चैम्पियनशिप में दो बार की कांस्य पदकधारी लवलीना बोरगोहेन (69 किग्रा) ने ललीता को हराकर टीम में जगह बनायी।