न्यूयॉर्क: रूस की अनुभवी टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा का कहना है कि साल के चौथे ग्रैंड स्लैम अमेरिकी ओपन के प्री-क्वार्टर फाइनल से बाहर होने से भी ज्यादा मुश्किल समय उन्होंने अपनी किशोरावस्था में देखा है। शारापोवा ने कहा कि किशोरावस्था में उनके पास कुछ ही डॉलर थे और भविष्य के लिए उनके पास कोई योजना नहीं थी। उल्लेखनीय है कि शारापोवा को अमेरिकी ओपन के अंतिम-16 दौर में स्पेन की खिलाड़ी कार्ला सुआरेज नवारो के हाथों हार का सामना कर बाहर होना पड़ा।
शारापोवा ने कहा, "मुझे लगता है कि मैंने अपने करियर में काफी कुछ हासिल कर लिया है। व्यक्गित और पेशेवर रूप से मैंने अपने वर्चस्व को काफी मजबूती से कायम किया है।"
केवल 17 साल की उम्र में 2004 में विंबलडन का खिताब जीतने के साथ ही शारापोवा ने अपनी नई पहचान कायम कर ली थी। उन्होंने इसके बाद 10 सालों बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन, फ्रेंच ओपन और अमेरिकी ओपन का खिताब भी जीता।