लंदन। मैनचेस्टर यूनाईटेड को अपने वित्तीय मामलों की जांच में बाधा पहुंचाने के लिए खेल पंचाट (कैस) की कड़ी फटकार का सामना करना पड़ा था। जांच में बाधा पहुंचाने के कारण ही क्लब पर एक करोड़ 20 लाख डॉलर का जुर्माना लगा था।
यूरोपीय फुटबॉल की संचालन संस्था यूएफा ने मैनचेस्टर सिटी को यूरोपीय प्रतियोगिता में खेलने से दो साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया था जिस फैसले के खिलाफ टीम कैस की शरण में गई थी।
कैस ने सिटी के प्रतिबंध को दो हफ्ते पहले फैसला देते हुए खत्म कर दिया लेकिन अब 93 पन्नों का फैसला प्रकाशित हुआ है जिसमें विस्तृत जानकारी दी गई है।
कैस ने यह कहते सिटी पर लगा प्रतिबंध हटा दिया था कि यूएफा द्वारा पाई वित्तीय खामियों को खारिज किया जाता है या फिर उसका मानना था कि यह घटनाएं काफी पहले हुई हैं और अब जांच नहीं की जा सकती।
अदालत ने हालांकि सिटी पर फुटबॉल इतिहास के सबसे बड़े जुर्माने में से एक लगाया था लेकिन इस दौरान भी यूएफा के शुरुआती जुर्माने में दो-तिहाई कटौती की।