नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी के कारण यात्रा संबंधित पाबंदियों के चलते भारत में फंसे गोकुलम केरल एफसी के अफगानिस्तान के फुटबॉलर जोहिब इस्लाम अमीरी का मानना है कि लॉकडाउन ने सभी को एकजुट किया है। अमीरी ने साथ ही फोन पर अपने परिवार वालों से घंटों बात करके सकारात्मक रवैया बनाए रखा है। तीस साल का यह मिडफील्डर आईलीग में हिस्सा लेने के लिए देश में था लेकिन कोरोना वायरस के प्रकोप के कारण इस लीग को बीच में ही रद्द कर दिया गया।
अमीरी ने ‘डब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यू.आईलीग.ओआरजी’ से कहा, ‘‘आम तौर पर रमजान के दौरान हमारा पूरा परिवार एक साथ होता है। एक महीने तक हम एक साथ रहते हैं और फिर एक साथ ईद मनाते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इस बार परिवार से दूर रहना काफी मुश्किल है लेकिन स्थिति ऐसी है कि हमें इसका सामना करना होगा- इसमें कोई कुछ नहीं कर सकता।’’
अमीरी कनाडा में अपने घर लौटना चाहते थे लेकिन यात्रा संबंधित पाबंदियों के कारण ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘तकनीक की मदद से परिवार के हम सभी सदस्य आपस में काफी बात करते हैं। हम रोजाना घंटों बात करते हैं । मुझे कहना ही चाहिए कि लॉकडाउन ने सभी को एकजुट किया है। परिवार के सदस्य और मित्र जो आपके संपर्क में नहीं थे, उनके साथ आप अब लगभग रोज बात कर रहे हैं।’’
अफगानिस्तान का यह मिडफील्डर लॉकडाउन के दौरान खुद को शारीरिक रूप से फिट रखने पर ध्यान दे रहा है। अमीरी ने कहा, ‘‘रमजान चल रहा है और हम दिन में सिर्फ एक बार खाना खाते हैं। हालांकि पेशेवर खिलाड़ी होने के कारण आपको स्वस्थ रहना होता है। मैंने सुबह ट्रेनिंग करनी शुरू कर दी है। इससे फर्क नहीं पड़ता कि आपके पास मैदान है या नहीं, हमें ट्रेनिंग करनी होती है और खुद को व्यस्त रखना होता है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘फिट रहने के लिए हम विभिन्न एक्सरसाइज कर सकते हैं जैसे स्क्वैट्स, पुशअप, हैम्सट्रिंग एक्सरसाइज आदि।’’