बेंगलुरू। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के डिफेंडर जरमनप्रीत सिंह ने गुरुवार को कहा कि लॉकडाउन में रहना चीजों पर विराम लगने की तरह है लेकिन इससे उन्हें अपने खेल का आत्मविश्लेषण करने और कमियों में सुधार करने का मौका मिला है। जरमनप्रीत ने कहा कि वह हॉकी के मैदान पर सफलता हासिल करने के और अधिक जज्बे के साथ उतरेंगे।
हॉकी इंडिया की प्रेस विज्ञप्ति में जरमनप्रीत ने कहा, ‘‘यह मेरे करियर पर विराम लगने की तरह है लेकिन मैं इस समय का फायदा उठाने में सफल रहा हूं और मुझे यह सोचने का समय मिला है कि टीम की जीत में अहम योगदान देने के लिए मुझे कितना कड़ा अभ्यास करने की जरूरत है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि जब हम पूर्ण ट्रेनिंग पर लौटेंगे तो और अधिक बेहतर खिलाड़ी बनने के लिए अधिक प्रतिबद्ध रहूंगा। मैं अपने खेल में और अधिक ऊर्जा जोड़ने के लिए उत्सुक हूं।’’ जरमनप्रीत ने टीम में शामिल युवाओं को मैदान पर खुलकर खेलने की स्वीकृति देने के लिए मुख्य कोच ग्राहम रीड की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘‘टीम में शामिल युवा खिलाड़ियों में से एक होने के कारण हमारे मुख्य कोच और सीनियर खिलाड़ियों ने मुझे खुलकर खेलने को कहा है।’’
जरमनप्रीत ने कहा, ‘‘मैं बेहद भाग्यशाली हूं कि सीनियर खिलाड़ियों के शानदार समूह के साथ खेल रहा हूं जो अधिक दबाव अपने ऊपर ले लेते हैं जिससे कि युवा खिलाड़ी खुलकर खेल सके।’’ इस युवा खिलाड़ी ने कहा कि वह लॉकडाउन में अपने पुराने मैचों की वीडियो फुटेज देख रहा है और उसे पता चल चुका है कि अपने खेल के किन विभागों पर काम करने की जरूरत है।