नई दिल्ली। ओलम्पिक के लिए क्वालीफाई कर चुके मनीष कौशिक अर्जुन अवॉर्ड जीतने के बाद सातवें आसमान पर हैं। उन्हें राष्ट्रीय खेल दिवस के मौके पर ऑनलाइन आयोजित किए गए समारोह में सम्मानित किया गया। मनीष ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि उन्हें अभी तक सिर्फ सर्टिफिकेट ही मिला है और हो सकता है कि एक बार जब कोविड-19 खत्म हो जाएगा या इसकी वैक्सीन मिल जाएगी तो बाद में राष्ट्रपति से उन्हें ट्रॉफी मिले।
कौशिक ने कहा, "मुझसे कहा गया था कि इस महामारी के बाद हमें राष्ट्रपति से मिलने का मौका मिलेगा और वो हमें ट्रॉफी देंगे। अगर ऐसा होता है तो यह काफी अच्छा रहेगा।"
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राष्ट्रीय खेल पुरस्कार शनिवार को दिए गए और इतिहास में पहली बार इस समारोह का आयोजन ऑनलाइन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया गया।
उन्होंने कहा, "राष्ट्रपति भवन पर अवॉर्ड मिलना निश्चित तौर पर काफी अलग है लेकिन ऑनलाइन भी यह काफी अच्छा था। यह हर किसी के भले के लिए था।"
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मुक्केबाज ने अवॉर्ड मिलने पर अपनी भावनाएं जाहिर करते हुए कहा, "जब उन्होंने कहा सुबेदार मनीष कौशिक, मैं इस समय इमोशनल हो गया था। मेरी आंख नम हो गई थीं। मैं इस भावना को जाहिर नहीं कर सकता। पिछली रात मैं अपने सर्टिफिकेट को गले लगा कर सोया।"
उन्होंने कहा, "आर्मी स्पोर्टस इंस्टीट्यूट को भी राष्ट्रीय खेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। एएसआई को पहली बार यह अवार्ड दिया गया है। इसने खुशी को दोगुना कर दिया।"
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रिहैब के लिए मिनीष एएसआई के पुणे सेंटर में ही गए थे। वह पटियाला में सितंबर के आखिरी सप्ताह में राष्ट्रीय मुक्केबाजी कैम्प में हिस्सा लेंगे।
उन्होंने कहा, "मेरे बाइसेप में कुछ समस्या हो गई थी। मेरा रिहैब पूरा हो चुका है। मेरा डॉक्टर के साथ 10 सितंबर को अपोइंटमेंट है और उम्मीद है कि सितंबर के अंत तक मैं शिविर में हिस्सा ले सकूंगा।"