मनीला। लक्ष्य सेन की एशियाई खेलों के चैम्पियन जोनाथन क्रिस्टी पर उलटफेर भरी जीत भी भारतीय पुरूष टीम के काम नहीं आ सकी जो यहां शनिवार को एशियाई टीम बैडमिंटन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में दो बार की गत चैम्पियन इंडोनेशिया से 2-3 से हार गयी और उसे कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। लक्ष्य (31वीं रैंकिंग) ने दुनिया के सातवें नंबर के खिलाड़ी जोनाथन पर दूसरे एकल मुकाबले में 21-18 22-20 से सनसनीखेज जीत हासिल और भारत को दौड़ में बनाये रखा।
पहले एकल में बी साई प्रणीत शुरूआती गेम में एंथोनी जिनटिंग से 6-21 से पिछड़ने के बाद रिटायर्ड हर्ट हो गये। एम आर अर्जुन और ध्रुव कपिला की युगल जोड़ी ने कड़ी मशक्कत की लेकिन उन्हें तीन बार के विश्व चैम्पियन और दूसरी रैंकिंग के मोहम्मद अहसन और हेंड्रा सेटियावान से 10-21 21-14 21-23 से हार का सामना करना पड़ा। इससे इंडोनेशियाई टीम 2-1 से आगे हो गयी।
वर्ष 2018 के सालोर्लक्स ओपन चैम्पियन शुभंकर डे ने फिर तीसरे एकल में दुनिया के 20वें नंबर के खिलाड़ी शेसार हिरेन रूस्तावितो को 21-17 21-15 से हराकर उलटफेर किया जिससे फिर भारतीय टीम 2-2 से बराबरी पर पहुंच गयी। निर्णायक मुकाबला दूसरा युगल मैच रहा। इसमें चिराग शेट्टी और लक्ष्य सेन उतरे लेकिन वे मार्कस फर्नाल्डी गिडियोन और केविन संजया सुकामुलजियो की दुनिया की नंबर एक जोड़ी की बराबरी नहीं कर सके और महज 24 मिनट में हार गये।
इंडोनेशियाई जोड़ी ने 21-6 21-13 से जीत हासिल की और टीम फाइनल में पहुंच गयी। भारतीय पुरूष टीम ने इस तरह चैम्पियनशिप का दूसरा कांस्य पदक हासिल किया, इससे पहले उन्होंने 2016 हैदराबाद चरण में भी कांसा जीता था।