राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) ने हरियाणा के अमित दहिया को चार साल के लिए प्रतिबंधित किया है। डोप टेस्ट के लिए अमित ने अपनी जगह किसी ओर को भेजा था। हरियाणा में पिछले साल हुए प्रतियोगिता में 68 .21 मीटर के अपने सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ तीसरे स्थान हासिल करने वाले अमित दाहिया से इस टूर्नामेंट के बाद नाडा के अधिकारियों ने डोप के नमूने देने को कहा था। लेकिन अपनी जगह उन्होंने नूमना देने के लिए किसी और को भेज दिया।
नमूने की जांच के दौरान अधिकारियों को पता चला कि जो नमूना देने आया है वो अमित दाहिया नहीं है। अधिकारियों को जब इसका पता चला तो वह व्यक्ति वहां से भाग गया। इसके बाद दहिया को निलंबित कर दिया गया था और नाडा ने उनके मामले को नौ जनवरी को एडीडीपी (अनुशासनात्मक पैनल) के पास भेज दिया था। एडीडीपी ने अब उन्हें अस्थाई निलंबन की तारीख से चार साल तक निलंबित करने का फैसला सुनाया है।
नाडा ने कहा, 'राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी ने एतिहासिक फैसला करते हुए भाला फेंक के खिलाड़ी अमित दहिया को सोनीपत के साइ केंद्र में दूसरी राष्ट्रीय भाला फेंक ओपन चैंपियनशिप 2019 के दौरान जानबूझकर नमूना देने से बचने और डोपिंग रोधी अधिकारियों के साथ धोखाधड़ी के प्रयास के लिए सजा सुनाई है।'
एजेंसी ने कहा, 'निलंबन आदेश पारित किया गया है जिसमें अमित दाहिया को अस्थाई निलंबन की तारीख से चार साल के लिए अयोग्य घोषित किया गया।'