ISL- 6: फेरान कोरोमिनास के पेनाल्टी गोल से गोवा ने बेंगलुरू को 1-1 से बराबरी पर रोका
मैच के 92वें मिनट में कोरो को पेनाल्टी एरिया में गिराए जाने के बाद रेफरी ने बेंगलुरू के खिलाफ पेनाल्टी दिया और कोरो ने उसे गोल में बदलकर अपनी टीम को सीजन की पहली हार से बचा लिया।
फेरान कोरोमिनास द्वारा इंजुरी टाइम में पेनाल्टी पर किए गए गोल की मदद से एफसी गोवा ने हीरो इंडियन सुपर लीग अपने दूसरे मुकाबले में मौजूदा चैम्पियन बेंगलुरू एफसी को 1-1 की बराबरी पर रोक लिया। उदांता सिंह 62वें मिनट में किए गए गोल की मदद से मौजूदा चैम्पियन बेंगलुरू एफसी ने बढ़त हासिल की थी और उसकी जीत लगभग पक्की नजर आ रही थी लेकिन आशिक कुरूनियन द्वारा 92वें मिनट में कोरो को पेनाल्टी एरिया में गिराए जाने के बाद रेफरी ने बेंगलुरू के खिलाफ पेनाल्टी दिया और कोरो ने उसे गोल में बदलकर अपनी टीम को सीजन की पहली हार से बचा लिया।
दोनों टीमों का यह दूसरा मुकाबला था। बेंगलुरू ने अपने घर में नॉर्थईस्ट युनाइटेड एफसी के खिलाफ ड्रॉ खेला था जबकि गोवा ने अपने घर में दो बार के चैम्पियन चेन्नइयन एफसी को 3-0 से हराया था। उसके खाते में अब चार अंक हो गए हैं जबकि बेंगलुरू के खाते में दो अंक ही है। गोवा के खिलाफ बेंगलुरू ने इससे पहले के तीनों मुकाबले जीते थे लेकिन इस बार उसे एक अंक से संतोष करना पड़ा।
पहला हाफ सूखा निकलने के बाद दूसरे हाफ में भी मौके नहीं बनते दिख रहे थे लेकिन उदांता ने 62वें मिनट में मैनुएल ओनू की मदद से अंतर पैदा करने वाला गोल किया, जिसे उनकी टीम अंतिम समय तक बरकरार रखने में सफल रही। पर मैच का अंत यह नहीं होना था और कुरूनियन ने वह गलती कर दी, जिससे हर खिलाड़ी बचना चाहता है। कोरो जैसे खतरनाक खिलाड़ी को पेनाल्टी एरिया में गिराना कुरूनियन के साथ-साथ उनकी टीम को काफी महंगा पड़ा। उसे जहां तीन अंक मिलते दिख रहे थे वहां उसे सिर्फ एक अंक मिल सका।
इस मैच का पहला हाफ प्रतिस्पर्धा से भरपूर लेकिन गोलरहित रहा। किसी टीम ने कोई बड़ा मौका नहीं बनाया। दोनों टीमों में शानदार अटैकर्स हैं लेकिन इसके बावजूद पोस्ट पर सीधा हमला न होना हैरान करता है।
दोनों टीमें गेंद को पास करते हुए एक दूसरे के बॉक्स एरिया में कई बार पहुंचीं लेकिन सही मायने में कोई खतरनाक हमला नहीं हुआ। 29वें मिनट में बेंगलुरू के लिए डिमास डेल्गाडो गोल करने के सबसे करीब पहुंचे लेकिन इससे पहले और इसके बाद दोनों टीमों में एक दूसरे के पोस्ट को भेदने में नाकामी हासिल हुई।
दूसरे हाफ का भी लगभग यही नजारा रहा। शुरुआती 15 मिनट में इक्का-दुक्का लेकिन आधे-अधूरे हमलों के अलावा कोई बड़ा मौका नहीं बनता दिखा। अब तो ऐसा लग रहा था कि दोनों टीमें ड्रॉ से संतोष करने को तैयार हो गई हैं।
बेंगलुरू ने अपनी रक्षा पंक्ति को मजबूती देने के लिए राहुल भेके को बाहर कर 55वें मिनट में अल्बर्ट फेरान को अंदर लिया। अपनी रक्षापंक्ति को मजबूत हाथों में जाता देख बेंगलुरू की आक्रमण पंक्ति खुलकर खेलने लगी और इसका नतीजा हुआ कि उदांता सिंह ने गोल करते हुए उसे 1-0 से आगे कर दिया।
उदांता ने बॉक्स के अंदर बड़ी चालाकी से माउतोर्दा फाल को छकाया और फिर मोहम्मद नवाज को छकाकर गेंद को पोस्ट में डाल दिया। 66वें मिनट में गोवा ने बराबरी का गोल करने के लिए एक जोरदार हमला किया लेकिन बॉक्स के अंदर की आपाधापी में यह शानदार मौका उसके हाथ से निकल गया।
67वें मिनट में एक फ्रीकिक पर फाल ने अच्छा हेडर लिया लेकिन गेंद पोस्ट के काफी करीब से बाहर चली गई। यह एक अच्छा मौका था। 69वें मिनट में बेंगलुरू के लिए उदांता ने एक अच्छा मूव बनाया और बॉक्स के अंदर कप्तान सुनील छेत्री को पास दिया लेकिन गेंद उन तक पहुंच पाती उससे पहले ही शेरिटन फर्नाडिस ने उसे क्लीयर कर दिया।
71वें मिनट में एफसी गोवा के अहमद जाहो और 76वें मिनट में मंदार राव देसाई को पीला कार्ड मिला। मंदार 80वें मिनट में बाहर गए और इसी मिनट में उदांता को पीला कार्ड मिला। 86वें मिनट में गोवा के स्थानापन्न जैकीचंद सिंह ने एक अच्छा मूव बनाया और बॉक्स के बाहर से साथी को पास देना चाहा लेकिन बेंगलुरू के डिफेंडर ने उसे क्लीयर कर दिया। रेगुलेशन टाइम तक बेंगलुरू 1-0 से आगे था लेकिन इंजुरी टाइम में आशिक की गलती उसे भारी पड़ गई।