बेंगलुरू। हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन में शुक्रवार को जब एफसी पुणे सिटी का सामना श्री कांतीरावा स्टेडियम में मेजबान बेंगलुरू एफसी से होगा तो पुणे के अंतरिम कोच प्रद्युम्न रेड्डी के लिए एक तरह से यह घर वापसी होगी। बेंगलुरू एफसी का गठन 2013 में हुआ था। तब से रेड्डी बेंगलुरू की टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा थे और जो तीन साल उन्होंने वहां गुजारे टीम ने उस दौरान काफी सफलता अर्जित की। इसके बाद वह 2017 में पुणे में सहायक कोच के तौर पर आ गए।
अब उन्हें अपने पुराने घर में कार्लस कुआड्राट की अभी तक अजेय रही टीम की चुनौती का सामना करना है। नौ मैचों में से सिर्फ एक जीत के साथ पुणे सिटी के पास अंकतालिका में शीर्ष स्थान पर कायम टीम के खिलाफ जीत के अलावा कोई और विकल्प नजर नहीं आ रहा है। जमशेदपुर को 2-1 से मात देने के बाद लगा था कि पुणे अपनी किस्मत बदल सकती है, लेकिन नार्थईस्ट के खिलाफ हार ने उसके प्रशंसकों को निराशा दी।
बेंगलुरू के खिलाफ पुणे को अपने डिफेंस को दुरुस्त करने की जरूरत है जो अभी तक बेहद खराब रहा है। पुणे के डिफेंस ने अभी तक 19 गोल खाए हैं। वहीं पुणे के डिफेंस ने अभी तक सबसे ज्यादा शॉट (141) खाए हैं। यह आंकड़े बताते हैं कि पुणे का डिफेंस कितना पिछड़ा है। रेड्डी ने कहा, "इस सीजन हमारा डिफेंस एक समस्या रहा है, लेकिन आप आखिरी मैच को देखें। हमने पूरे 90 मिनट शानदार डिफेंस किया। हमने गोल खाया वो भी सेट पीस पर।"
सुनिल छेत्री की टीम को संभालना पुणे के लिए मुश्किल भरा रहेगा। हालांकि मीकू के न होने से पुणे को राहत मिलेगी जो जनवरी तक बेंगलुरू की टीम से बाहर रहेंगे। छेत्री पुणे सिटी के खिलाफ खेलना पसंद करते हैं। पुणे के खिलाफ बेंगलुरू के कप्तान ने छह मैचों में छह गोल किए हैं। कुआड्राट ने कहा, "मीकू इस तरह के खिलाड़ी हैं जिनका विकल्प नहीं हो सकता क्योंकि आपको अपने खेलने के तरीके में बदलाव करने होंगे, लेकिन हमारे लिए उन चीजों को लागू करना रोचक होगा जिन पर हम काम करते आ रहे हैं।"
वहीं बेंगलुरू का डिफेंस टाइट है और उसने अभी तक सिर्फ पांच गोल खाए हैं। अल्बर्ट सुआन और जुनान ने डिफेंस में शानदार प्रदर्शन किया है। अगर गलती से यह दोनों चूक जाते हैं तो गोलकीपर गुरप्रीत सिंह को भेद पाना बेहद मुश्किल रहता है। गुरप्रीत गोल्डन ग्लव की दौड़ में सबसे आगे हैं। उनके नाम तीन क्लीनशीट्स हैं। बेंगलुरू की टीम को दिमास डेल्गाडो के आने से मजबूत हुई है जो दिल्ली के खिलाफ पिछले मैच में प्रतिबंध के कारण नहीं खेल पाए थे। कोच को उम्मीद होगी कि पुणे के खिलाफ वह अच्छा खेलें।