क्या बेंगलुरू एफसी ने अपना ली है नई रणनीति?
पिछले सीजन आईएसएल का फाइनल खेल चुकी इस टीम ने पांचवें सीजन की शुरुआत मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी पर जीत के साथ की लेकिन फिर उसे जमशेदपुर एफसी के खिलाफ घर में 2-2 से ड्रॉ खेलना पड़ा।
बेंगलुरू एफसी ने हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के पांचवें सीजन की शुरुआत जिस अंदाज में की थी, अभी वह उससे बिलकुल भिन्न टीम नजर आ रही है। पिछले सीजन आईएसएल का फाइनल खेल चुकी इस टीम ने पांचवें सीजन की शुरुआत मौजूदा चैम्पियन चेन्नइयन एफसी पर जीत के साथ की लेकिन फिर उसे जमशेदपुर एफसी के खिलाफ घर में 2-2 से ड्रॉ खेलना पड़ा। इसके बाद, टीम बिल्कुल भिन्न नजर आई और लगातार छह जीत के साथ अपनी ताकत का नजारा पेश किया। यह टीम जब फार्म में होती है तो विपक्षी तो नेस्तनाबूत कर देती है और जब खराब दौर में होती है तो भी जीत हासिल कर लेती है।
एशियन कप 2019 के लिए हुए लंबे विंटर ब्रेक के बाद से हालांकि, यह टीम चार मैचों में चार अंक जुटा पाई है। उसे मुंबई एफसी और चेन्नई एफसी के खिलाफ हार मिली। केरल के खिलाफ यह टीम बड़ी मुश्किल से एक अंक जुटा पाई। नार्थईस्ट युनाइटेड एफसी के खिलाफ यह टीम अपने गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू के शानदार खेल की बदौलत जीत हासिल कर पाई।
इस तरह का खराब परिणाम बेंगलुरू के साथ तालमेल नहीं बनाता। यह टीम 11 मैचों से अजेय रही और अब यह लचर दिखाई दे रही है। तो क्या इस टीम का खराब फार्म चिंता का विषय है या फिर यह इसकी किसी रणनीति का हिस्सा है।
बेंगलुरू के कोच चार्ल्स कुआडार्ट ने कहा, "हम एक ही टीम के साथ खेल रहे थे। अब मीकू वापस आ गए हैं और अब हम खिलाड़ियों को रोटेट करेंगे और आराम देंगे। हमारे कई खिलाड़ी प्लेऑफ में काफी अहम साबित होंगे और यही कारण है कि मैंने कुछ खिलाड़ियों को आराम देने का फैसला किया है। आपके खिलाड़ी प्लेऑफ के दौरान फिट रहें, इसके लिए उन्हें रोटेट किया जाना बहुत जरूरी है। यही हमारा प्लान है।"
बेंगलुरू एफसी अभी टॉप पर है प्लेऑफ में पहुंचने के करीब है। इस टीम के 15 मैचों में 31 अंक हैं और यही कारण है कि कुआडार्ट अपने खिलाड़ियों को आराम देने के पक्ष में हैं। साथ ही वह एडमंड लालरिंडिका, रीनो अंटो, गुरसिमत गिल, अजय छेत्री और कई अन्य खिलाड़ियों को मौका देना चाहते हैं।
चोट से वापसी के बाद मीकू अपने असल रंग में नहीं दिख रहे हैं। यही हाल नीशू कुमार का है, जो अब पूरी तरह फिट हो चुके हैं। कप्तान सुनील छेत्री ने बीते दो मैचों में दो गोल किए हैं लेकिन वह मैदान पर असहज नजर आ रहे हैं।
यही नहीं, बेंगलुरू ने चेचनो गाएल्टसीन को लोन पर जाने दिया जबकि इस खिलाड़ी ने उसके लिए चार अंक जुटाए थे। अब नए खिलाड़ी लुइसमा टीम में आए हैं लेकिन वह पूरी तरह फिट नहीं दिख रहे।
बीते सीजन की तुलना में बेंगलुरू का बेंच स्ट्रेंथ उतना मजबूत नजर नहीं आ रहा है। बीते सीजन में उसके पास सुभाषीक बोस, आल्विन जॉर्ज, लेनी रोड्रिग्वेज, जॉन जॉनसन, टोनी डोवेल और इदु गार्सिया जैसे खिलाड़ी थे, जिन्होंने समय-समय पर टीम के लिए योगदान दिया। अब बेंच पर उसके पास कोई बड़ा नाम नहीं है।
रेस्ट और रोटेशन प्लान का हिस्सा हो सकता है लेकिन चार मैचों में दो हार ने इस टीम से अजेय रहने वाली टीम का तमगा छीन लिया है। अब टीमें यह सोच रही होंगे कि वे सुपर कप चैम्पियन बेंगलुरू को हरा सकती हैं। बेंगलुरू को दूसरी टीमों को इस संबंध में विपरीत संकेत देने के लिए अपने बाकी के मैच जीतने होंगे और विपक्षी टीमों के मन में अपने लिए फिर से डर पैदा करना होगा।