नई दिल्ली। महेंद्र सिंह धोनी ने भले ही प्रतिष्ठा और नाम क्रिकेट में कमाया हो लेकिन वह फुटबॉल में भी ‘काफी अच्छे’ हैं और शीर्ष भारतीय पेशेवर फुटबॉलर को भी प्रभावित कर चुके हैं। शनिवार को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहकर अपने शानदार करियर का अंत करने वाले 39 साल के धोनी को फुटबॉल खेलना पसंद है और वह कई बार इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) टीम चेन्नईयिन एफसी के साथ ट्रेनिंग करते हैं जिसके वह सहमालिक हैं। ऐसे ही सत्रों के दौरान भारतीय स्ट्राइकर जेजे लालपेखलुआ ने दो बार विश्व कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रहे धोनी का फुटबॉल कौशल देखा।
जेजे ने धोनी के बारे में कहा, ‘‘उसे फुटबॉल खेलना पसंद है। अगर वह मौजूद है और हम ट्रेनिंग के दौरान मैच खेल रहे हैं तो वह हमेशा हमारे साथ जुड़ने का प्रयास करता है।’’
उन्होंने कहा,‘‘बेशक जब वह बच्चा था तो फुटबॉल खेलता था और आप देख सकते हैं कि अब भी उसे फुटबॉल खेलना कितना पसंद है। वह काफी अच्छा खेलता है।’’
भारतीय क्रिकेट टीम में विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में खेलने वाले धोनी चेन्नईयिन एफसी के ट्रेनिंग सत्र के दौरान कभी कभी गोलकीपर की भूमिका भी निभाते थे। जेजे ने अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) की प्रेस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘वह स्कूल में गोलकीपर था। लेकिन जब वह खेलता है तो साफ दिखता है कि उसके फुटबॉल कौशल ने उसका साथ नहीं छोड़ा है। ईमानदारी से कहूं तो वह फुटबॉल में काफी अच्छा है।’’
धोनी चेन्नईयिन एफसी के फुटबॉलरों की मदद के लिए आगे रहते हैं और उन्हें टिप्स देते रहते हैं कि चोटों से कैसे निपटा जाए। चेन्नईयिन एफसी के स्थानीय खिलाड़ी एडविन सिडनी वंशपॉल ने बताया कि शहर में धोनी कितने लोकप्रिय हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘लोग यहां उन्हें लेकर दीवाने हैं। उनके पास नौकरी और परिवार की भले ही अन्य जिम्मेदारियां हों लेकिन अगर धोनी शहर में है और चेन्नई सुपरकिंग्स का ट्रेनिंग सत्र है तो वे उसे अभ्यास करते हुए देखने के लिए स्टेडियम कर रुख कर लेते हैं। ’’
तमिलनाडु के लोगों द्वारा धोनी को ‘थाला’ कहे जाने पर वंशपॉल ने कहा, ‘‘आम तौर पर ऐसे विशेषण अजित कुमार जैसे फिल्मी सितारों को दिए जाते हैं लेकिन धोनी को यह तमगा हासिल करने में अधिक समय नहीं लगा।’’