भारतीय निशानेबाजों के पास शॉटगन ओलंपिक कोटा पाने का आखिरी मौका
2019 ओलंपिक क्वालीफिकेशन पीरियड के दौरान भारतीय ट्रैप निशानेबाज ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहे थे और वे ओलंपिक कोटा हासिल करने में विफल रहे थे।
नई दिल्ली| भारतीय ट्रैप निशानेबाज इस महीने मिस्र के काहिरा में होने वाले आईएसएसएफ शॉटगन विश्व कप में भाग लेंगे, जहां उनके पास व्यक्तिगत स्पर्धा में टोक्यो ओलंपिक के लिए कोटा हासिल करने का आखिरी मौका होगा।
2019 ओलंपिक क्वालीफिकेशन पीरियड के दौरान भारतीय ट्रैप निशानेबाज ज्यादा प्रभावशाली नहीं रहे थे और वे ओलंपिक कोटा हासिल करने में विफल रहे थे। भारत ने टोक्यो ओलंपिक के लिए अब तक 15 कोटा हासिल किए हैं, जिसमें से 13 तो पिस्टल और राइफल स्पर्धा से है जबकि दो स्कीट से है।
मुख्य शॉटगन कोच मानशेर सिंह ने आईएएनएस से कहा, " यह बहुत ही मुश्किल स्थिति है। विश्व रैंकिंग प्वाइंट हासिल करने के लिए निशानेबाजों को अब पोडिययम हासिल करने का लक्ष्य रखना होगा। उनकी रैंक जितनी ज्यादा होगी, उनके पास व्यक्तिगत कोटा पाने का उतना ही ज्यादा अवसर होगा।"
शॉटगन निशानेबाजी विश्व कप का आयोजन काहिर में 22 फरवरी से पांच मार्च तक किया जाएगा। इसके बाद 18 मार्च से नई दिल्ली विश्व कप का आयोजन किया जाएगा, जोकि राइफल और पिस्टल के लिए केवल रैंकिंग वाला टूर्नामेंट होगा।
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आईएसएसएफ की नीति के अनुसार, व्यक्तिगत कोटा केवल स्पर्धा में आवंटित की जाती है, जिसमें भारत ने क्वालीफाइंग अवधि के दौरान कोटा नहीं पाया है।
व्यक्तिगत कोटा निशानेबाजों के लिए है, न कि उनके देश के लिए। आईएसएसएफ 31 मई को घोषणा करेगा कि कौन कौन व्यक्तिगत कोटा के पात्र हैं।
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राष्ट्रीय तैयारी शिविर 15 फरवरी से डॉ. कर्णी सिंह शूटिंग रेंज में शुरू होगा। पुरुषों की ट्रैप टीम में जकार्ता एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता लक्ष्य श्योरेण, कियान चेनाई और पृथ्वीराज टोंडिमन शामिल हैं।
महिलाओं में श्रेयसी सिंह, रिया राजेश्वरी कुमारी और मनीषा कीर शामिल हैं।