मणिपुर की राजधानी इम्फाल से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित एक शांत और छोटे से गांव में इस हफ्ते की शुरुआत में कई फुटबॉलर्स एकत्रित हुए। इस दौरान पूर्व और मौजूदा फुटबॉलरों ने गांव में वृक्षारोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर भारतीय फुटबॉल टीम के पूर्व मिडफील्डर रेनेडी सिंह, राष्ट्रीय टीम के मौजूदा विंगर उदांता सिंह, भारत की 2017 फीफा अंडर-17 विश्व कप टीम के सदस्य रहे सुरेश वैंगजैम, निनथोइनगांबा मीतेई, बोरिस थंगजैम और जैकसन सिंह जैसे फुटबॉलर भी मौजूद थे।
उनके अलावा सलाम रंजन सिंह, चिंग्लेनसाना सिंह, मालेंगबा मीटेइ, प्रीतम निंथोजम और कुछ अन्य भी उपस्थित थे।
भारत के लिए लगभग 70 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलने वाले रेनेडी ने कहा कि उनका इस क्षेत्र से भावनात्मक जुड़ाव रहा है और वह यहां गांव में स्थानीय टूनार्मेट में हिस्सा लेने आते थे।
रेनेडी ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) से कहा, " यह गांव इम्फाल में मेरे घर से डेढ़ घंटे की दूरी पर है। लेकिन जब मैंने सुना कि यहां वृक्ष लगाने का अभियान चल रहा है तो मैं खुद को इससे दूर नहीं रख सका। जहां हम पेड़ लगा रहे थे पिच उसके किनारे पर थी और इससे काफी यादें ताजा हो गईं।"
उदांता ने इस अभियान के सकारात्मक पहलुओं के बारे में बात की और फैन्स से अपील की कि वे और अधिक पेड़ लगाने के लिए आगे आएं।
उदांता ने कहा, " यह शानदार है कि सभी इस अभियान के लिए एकजुट हुए। हमें धरती मां की देखभाल करनी चाहिए। मैं उम्मीद करता हूं कि और लोग आगे आएंगे और अगली पीढ़ी के बेहतर भविष्य के बीज बोएंगे न केवल इम्फाल में बल्कि पूरे भारत में।"
भारत के अंडर -17 विश्व कप के सदस्य नौवेंगोन्बा, सुरेश, बोरिस और जैकसन ने भी अपने अपने स्थान पर पौधे लगाए।