कोलकाता। रोहन बोपन्ना और प्रजनेश गुणेश्वरन जैसे सीनियर खिलाड़ियों ने गुरुवार को गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति को कप्तान बनाये रखने की वकालत की जिनके अनुबंध का नवीनीकरण इटली के खिलाफ शुक्रवार से शुरू होने वाले डेविस कप मुकाबले में टीम के प्रदर्शन पर निर्भर है।
भूपति को अप्रैल 2017 में आनंद अमृतराज की जगह कप्तान बनाया गया था और उनका कार्यकाल इटली के खिलाफ मुकाबले के बाद समाप्त हो रहा है।
अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) के एक सीनियर अधिकारी ने पीटीआई से कहा था कि भूपति का कार्यकाल बढ़ाये जाने की संभावना नहीं है।
लेकिन एक समय उनके युगल जोड़ीदार रहे बोपन्ना ने बताया कि भूपति ने टीम में क्या नयी चीज जोड़ी।
बोपन्ना ने कहा,‘‘उनके आने के बाद खिलाड़ियों के साथ अधिक संवाद स्थापित हुआ और ऐसा केवल डेविस कप के दौरान नहीं बल्कि साल भर होता है। इससे बड़ा बदलाव आया।’’
उन्होंने कहा,‘‘आप भले ही उनसे अक्सर नहीं मिल सकते लेकिन लगातार संवाद होने से जब आप डेविस कप खेलने के लिये उतरते हो तो आप निकटता महसूस करते हो। इससे वास्तव में मदद मिलती है। हमारे लिये यह बहुत अच्छी बात है कि वह हमारा कप्तान है। वह हमसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने और बेहतर टेनिस खिलाड़ी बनने में मदद करता है।’’
भूपति की अगुवाई में भारत दो बार विश्व ग्रुप प्लेआफ चरण तक पहुंचा लेकिन दोनों अवसरों पर उसे हार का सामना करना पड़ा।
अभी एकल में भारत के नंबर एक खिलाड़ी प्रजनेश भी भूपति को कप्तान बनाये रखने के पक्ष में है। प्रजनेश ने कहा, ‘‘वह टीम के लिये अमूल्य हैं। उन्होंने लंबे समय उच्च स्तर की टेनिस खेली है और उनकी सलाह से हम सभी के खेल में सुधार हुआ है। उन्होंने दबाव में कई डेविस कप मैच जीते और जानते हैं कि डेविस कप में हर तरह की परिस्थिति से कैसे निबटना है।’’
भारत के एकल खिलाड़ी रामकुमार रामनाथन और युगल विशेषज्ञ दिविज शरण ने भी भूपति को कप्तान बनाये रखने की वकालत की।