A
Hindi News खेल अन्य खेल भारतीय बैडमिन्टन खिलाड़ी चिराग-सत्विक हैदराबाद ट्रेनिंग कैम्प में नहीं होंगे शामिल, बताई ये वजह

भारतीय बैडमिन्टन खिलाड़ी चिराग-सत्विक हैदराबाद ट्रेनिंग कैम्प में नहीं होंगे शामिल, बताई ये वजह

भारतीय बैडमिंडन खिलाड़ी चिराग शेट्टी और सत्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी शुक्रवार से हैदराबाद में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने के लिए कोविड-19 महामारी के कारण दो सप्ताह का समय लेना चाहते हैं।

satvik sairaj chirag- India TV Hindi Image Source : GETTY satvik sairaj chirag

नई दिल्ली| ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने के दावेदारों में शामिल भारतीय बैडमिंडन खिलाड़ी चिराग शेट्टी और सत्विकसाईराज रंकीरेड्डी की पुरूष युगल जोड़ी शुक्रवार से हैदराबाद में शुरू हुए राष्ट्रीय शिविर में शामिल होने पर फैसला करने के लिए कोविड-19 महामारी के मद्देनजर दो सप्ताह का समय लेना चाहते हैं। यह पुरुष युगल जोड़ी फिलहाल अलग-अलग है।

शेट्टी मुंबई स्थित अपने घर में है जबकि रंकीरेड्डी आंध्र प्रदेश के अमलापुरम में है। रंकीरेड्डी के साथ इस साल थाईलैंड ओपन के विजेता और फ्रेंच ओपन के उपविजेता रहे 23 साल के शेट्टी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘ यह सुनकर बहुत अच्छा लगा कि अभ्यास शिविर फिर से शुरू हो गया है लेकिन शिविर में शामिल होने से पहले हमें कुछ हफ्ते का इंतजार करना होगा।’’

विश्व चैम्पियन पी.वी.सिधू , बी साई प्रणीत और एन सिक्की रेड्डी कोरोना वायरस के कारण चार महीने तक कोर्ट से दूर रहने के बाद शुक्रवार को हैदराबाद स्थित भारतीय खेल प्राधिकरण (साइ) पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन अकादमी में कड़ी सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत अभ्यास के लिए पहुंचे।

तेलंगाना सरकार से एक अगस्त को मंजूरी मिलने के बाद साइ ने ओलंपिक का टिकट हासिल करने वाले संभावित आठ खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रिय बैडमिंटन शिविर शुरू करने का फैसला किया। शेट्टी ने कहा कि कोरोना वायरस का खतरा वास्तविक है और वह इस समय पर यात्रा करना सुरक्षित महसूस नहीं करेंगे।

शेट्टी ने कहा, ‘‘ कोविड-19 के मामले हर दिन बढ़ रहे है, ऐसे में परिवार को चिंतित होना स्वभाविक है। इस दौरान यात्रा करना सुरक्षित नहीं है। इसके अलावा, मुझे हैदराबाद के पृथकवास नियमों के बारे में पता नहीं है कि क्या हमें दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक पृथकवास पर रहना होगा।’’ भारत में कोविड-19 के चपेट में आने वालों की संख्या 20 लाख के पार कर गयी है जबकि इससे 41500 से अधिक लोगों की मौत हुई है। भाषा आनन्द नमिता नमिता 0708 1643 दिल्ली नननन