हाल ही में संपन्न हुए राष्ट्रमंडल खेलों में पाकिस्तान के पहलवान मोहम्मद इनाम बट्ट ने 86 किलोग्राम के वर्ग में स्वर्ण पदक जीता था. इसके बाद से वह पाकिस्तान में हीरो बन चुके हैं. उनका कहना है कि भारतीय पहलवान सुशील कुमार उनके बहुत अच्छे दोस्त हैं और दोनों देशों के पहलवान एक परिवार की तरह हैं. इनाम बट्ट ने कहा कि पहलवानी को किसी सरहद में नहीं बांटा जा सकता.
एक प्रमुख अंग्रेज़ी दैनिक के अनुसार इनाम बट्ट ने कहा, ''जब कभी भी पाकिस्तान और भारत के पहलवान किसी प्रतियोगिता में हिस्सा लेते हैं तो अगर मुक़ाबला किसी तीसरे देश सो हो तो हम एक दूसरे का समर्थन करते हैं. 2016 राष्ट्रमंडल खेल इसका उदाहरण है. में दीपक के साथ प्रेक्टिस कर रहा था और मैंने उससे कहा कि तुम यहां गोल्ड मैडल जीतोगे. ग़ज़ब का माहौल रहता है. सोमवीर भी बहुत अच्छा दोस्त है. हम फ़ाइनल के पहले बात कर रहे थे. मेरा मानना है कि जीतना हारना अलह बात है. भारत का पहलवान अपने देश के लिए मैडल जीतना चाहेगा और मैं पाकिस्तान के लिए. आपको पहले बेहतर इंसान होना चाहिए.”
इनाम इसके पहले भारत आ चुके हैं हालंकि बाद में दोनों देशों के बीच तनाव की वजह से काफी समय से भारत नही आए हैं. “मैं पांच-छह बार भारत जा चुका हूं. 2010 CWG मेरा पहला अनुभव था. 2016 में दक्षिण एशियाई खेल हुए थे. मुझे भारत जाना बहुत पसंद है क्योंकि वहा के लोगों में गर्मजोशी है. जो प्यार और सम्मान मुझे वहां मिलता है, मैं फ़र्क़ ही नहीं कर सकता कि मैं भारत में हूं या पाकिस्तान में. खिलाड़ियों के लिए वीज़ा में छूट होनी चाहिए, ख़ासकर प्रो रेसलिंग लीग के लिए जो भारत में होती है. ओलंपिक के लिए पाकिस्तान और भारत के पहलवानों को मिलकर तैयारी करनी चाहिए. अगर ऐसा हुआ तो सुशील और इनाम साथ में ट्रेनिंग करेंगे. मुझे लगता है कि अगर हमने ऐसा किया तो जो मैडल रुस, ईरान और अमेरिका जीतते हैं वो पाकिस्तान और भारत के पास आएंगे.”