सिर्फ कॉम्पिटिशन देना काफी नहीं, नतीजे देने की कला सीखनी होगी: कोहली
कोहली ने कहा कि क्रीज पर खड़े होने के दौरान ही स्थिति को समझने की जरूत है, मैच खत्म होने के बाद नहीं।
साउथम्पटन: भारतीय कप्तान विराट कोहली ने कहा कि उनकी टीम विदेशी दौरों पर सिर्फ कॉम्पिटिशन बनकर ही संतोष नहीं कर सकती और उसे दबाव की स्थिति में नतीजे देने की कला सीखनी होगी। भारत को चौथे टेस्ट में 60 रन की हार का सामना करना पड़ा जिससे इंग्लैंड ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 की विजयी बढ़त बना ली है। इंग्लैंड के 245 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम 184 रन ही बना सकी।
कोहली ने कहा कि क्रीज पर खड़े होने के दौरान ही स्थिति को समझने की जरूत है, मैच खत्म होने के बाद नहीं। उन्होंने कहा,‘‘हम स्कोरबोर्ड को देखकर यह नहीं कह सकते कि हम सिर्फ 30 या 50 रन दूर थे। जब हम इस स्थिति से गुजर रहे हों तब हमें इसे समझना होगा, बाद में नहीं। हमें पता है कि हमने अच्छा क्रिकेट खेला लेकिन हम खुद को बार-बार यह नहीं कह सकते कि हमने अच्छी प्रतिस्पर्धा पेश की।’’
उन्होंने कहा,‘‘जब आप इतने करीब आ जाते हो तो नतीजा देना भी एक कला है, जिसे हमें सीखना होगा। हमारे अंदर क्षमता है, यही कारण है कि हम नतीजे के करीब पहुंच रहे हैं। लेकिन जब दबाव की स्थिति हो तो हमें प्रतिक्रिया देनी होगी और हमें इस पर काम करने की जरूरत है।’’
दक्षिण अफ्रीका की तरह इंग्लैंड दौरे पर भी भारत ने शुरुआती दो टेस्ट गंवाए और फिर तीसरे टेस्ट में जोरदार वापसी करते हुए जीत दर्ज की। चौथे टेस्ट और सीरीज में बल्लेबाजों की नाकामी के बारे में पूछने पर कप्तान ने कहा,‘‘टेस्ट मैच की पहली पारी में अहम लम्हों की पहचान करना बेहद मुश्किल है। लेकिन आउट होने के बाद मैंने खुद सोचा कि अगर उस दिन मैं और लंबे समय तक बल्लेबाजी करता तो हमारी बढ़त और ज्यादा हो सकती थी।’’
उन्होंने कहा,‘‘लेकिन इसके बाद भी हमने सोचा कि अगर कुछ और साझेदारियां होती तो हम अपनी बढ़त में इजाफा कर सकते थे। अंत में पुजारा को तेज बल्लेबाजी करते हुए हमें लगभग 30 रन की बढ़त दिलानी पड़ी। मुझे लगता है कि इसी चीज (साझेदारियों से) से पहली पारी में हमारी बढ़त में इजाफा हो सकता था।’’
कप्तान ने कहा,‘‘इसके अलावा एक कप्तान के रूप में मुझे नहीं लगता कि किसी पहलू को नकारात्मक मानकर सोचने की जरूरत है क्योंकि हमने अपनी सर्वश्रेष्ठ कोशिश की।’’
कोहली ने कहा कि उनकी टीम ने कभी हार नहीं मानी और इंग्लैंड को जीत दर्ज करने के लिए पसीना बहाना पड़ा। इंग्लैंड के आफ स्पिनर मोईन अली ने मैच में 134 रन देकर नौ विकेट चटकाए जबकि भारतीय आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन जादू बिखेरने में नाकाम रहे। कोहली ने मोईन की तारीफ की लेकिन साथ ही अश्विन का बचाव भी किया।