गोल्ड कोस्ट: साइना नेहवाल के शानदार प्रदर्शन के दम पर भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में बैडमिंटन मिश्रित टीम स्पर्धा के सेमीफाइनल में आज सिंगापुर को 3-1 से हरा दिया। भारत के लिये यह ग्लास्गो राष्ट्रमंडल खेल 2014 में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में सिंगापुर से 2-3 से मिली हार का बदला था।
भारत कल फाइनल में तीन बार की विजेता मलेशिया से भिड़ेगा। मलेशिया ने दूसरे सेमीफाइनल में इंग्लैंड को 3-0 से हराया। 2010 के दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में भारत मलेशिया से 1-3 से हार गया था।
पिछले चार दिन में पांचवां मैच खेल रही साइना ने सिंगापुर की जिया मिन यिओ को 21-8, 21-15 से हराया। साइना ने युगल मुकाबले में सिंगापुर से मिली कड़ी चुनौती को लेकर कहा,‘‘हमसे फाइनल में पहुंचने की अपेक्षा थी। मैंने कभी नहीं सोचा था कि सिंगापुर से हमें इतनी मजबूत चुनौती मिलेगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘मुझे खुशी है कि मैं यह मैच जीतकर भारत को फाइनल तक ले जाने में मदद कर सकी।’’ मुकाबले की शुरूआत मिश्रित युगल में सात्विक रांकिरेड्डी और अश्विनी पोनप्पा ने योंग केइ टैरी ही और जिया यिंग क्रिस्टल वोंग के खिलाफ की। भारतीय जोड़ी ने कड़ी चुनौती का सामना करके 22- 20, 21- 18 से जीत दर्ज की।
सिंगापुर ने ग्लास्गो खेलों में टीम स्पर्धा का कांस्य पदक जीता था। पुरूष युगल मुकाबले में टैरी ही और डैनी बावा क्रिस्टियाना ने सात्विक और चिराग शेट्टी को 17- 21, 21-19, 21-12 से हराकर वापसी की।
के श्रीकांत ने कीन यू लो को 21-17, 21-14 से हराकर भारत को बढत दिलाई। उसने कहा,‘‘पहला सेट जीतना हमेशा अच्छा होता है। इससे दूसरे सेट में आत्मविश्वास बढ़ता है।’’
अश्विनी ने कहा,‘‘पिछली बार हम टीम के रूप में उतना बुरा नहीं खेले थे लेकिन हमारे पास मिश्रित युगल में टीम नहीं थी। इस बार हम पांचों वर्गों में पूरी तैयारी के साथ आये हैं।’’