फ्रेंच ओपन पर दिखा कोविड-19 का प्रभाव, एक हफ्ते के लिए टला
इस क्ले कोर्ट ग्रैंड स्लैम का आयोजन अब 30 मई से 11 जून तक किया जाएगा, जबकि इसके लिए क्वालीफाइंग राउंड 24 से 28 मई तक होंगे।
फ्रेंच ओपन के आयोजकों ने गुरूवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण यह टेनिस टूर्नामेंट एक सप्ताह के देर से शुरू होगा। क्ले कोर्ट ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट को 23 मई से शुरू होना था लेकिन पहले दौर के मैच अब 30 मई से शुरू होंगे। फ्रेंच टेनिस महासंघ ने कहा कि यह फैसला टूर्नामेंट के सुरक्षित माहौल में ज्यादा से ज्यादा दर्शकों के सामने खेले जाने के मौके को बढ़ाने के लिये लिया गया है।
यह कदम फ्रांस में कोरोना वायरस मामलों के बढ़ने और अस्पताल के खचाखच भरने के बाद लिया गया है। संक्रमण की गति को धीमा करने के लिये नयी राष्ट्रव्यापी पाबंदियां लगायी गयी हैं जिसमें तीन हफ्ते तक स्कूल बंद करना, एक महीने लंबा घरेलू यात्रा प्रतिबंध और गैर जरूरी सामान की दुकानों को बंद करना शामिल है।
फ्रेंच टेनिस महासंघ के अध्यक्ष जाइल्स मोरेटोन ने कहा, ‘‘ग्रैंडस्लैम के स्थगित होने से हमें स्वास्थ्य परिस्थितियों को सुधारने के लिये थोड़ा और समय मिल जायेगा और इससे रोलां गैरों पर दर्शकों का स्वागत करने के मौके को सुधारने का समय मिलना चाहिए। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘दर्शकों या खिलाड़ियों के लिये या माहौल के लिये दर्शकों की मौजूदगी टूर्नामेंट के लिये अनिवार्य है जो वसंत का पहला अंतरराष्ट्रीय खेल टूर्नामेंट है। ’’ ग्रैंडस्लैम के स्थगित होने से खिलाड़ियों की ग्रास कोर्ट सत्र की तैयारियां भी प्रभावित होंगी क्योंकि फ्रेंच ओपन फाइनल और विम्बलडन के बीच अब केवल दो ही हफ्ते का समय रहेगा। विम्बलडन 28 जून से 11 जुलाई तक खेला जायेगा।
चार बड़े टूर्नामेंट के समन्वय करने वाले ग्रैंडस्लैम बोर्ड के कार्यकारी निदेशक उगो वालेंसी ने कहा कि संस्थान फ्रेंच महासंघ के फैसले का समर्थन करता है।
फ्रेंच टेनिस खिलाड़ी एलिजे कोर्नेट ने हालांकि खेल मंत्री रोक्साना मारासिनियू की इस फैसले के लिये आलोचना की। कार्नेट ने टेनिस चैनल से बात करते हुए कहा, ‘‘हमारी खेल मंत्री एक मुसीबत है। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘ईमानदारी से कहूं तो यह बहुत ही स्वार्थी फैसला है। इस स्थगन से पूरे कैलेंडर पर असर पड़ेगा। मैं समझती हूं कि यह टूर्नामेंट के लिये आसान समय नहीं है लेकिन हमें खिलाड़ियों और कैलेंडर के बारे में सोचना होगा। ’’
पिछले साल टूर्नामेंट को इस स्वास्थ्य संकट के कारण सितंबर तक खिसका दिया गया था जिसमें दर्शकों की संख्या 1,000 प्रत्येक दिन सीमित कर दी गयी थी।