नई दिल्ली। लंबे समय से संन्यास की अटकलों से बेपरवाह भारतीय फुटबॉल कप्तान सुनील छेत्री ने बुधवार को कहा कि वह निकट भविष्य में खेल को अलविदा कहने नहीं जा रहे हैं क्योंकि उनकी अच्छे प्रदर्शन की ललक बरकरार है हालांकि कई बार प्रेरणा बनाये रखना मुश्किल हो जाता है।
दोहा में बांग्लादेश के खिलाफ विश्व कप क्वालीफायर में दो शानदार गोल करके भारत को 2-0 से जीत दिलाने वाले 36 वर्ष के छेत्री ने दीर्घकालिन लक्ष्य तय करने से इनकार किया। उन्होंने दोहा से आनलाइन बातचीत में कहा,‘‘ मैं अभी संन्यास के बारे में नहीं सांच रहा। मैं अहंकारी नहीं हूं । मैं अपने खेल का मजा ले रहा हूं। मैं पहले से ज्यादा फिट हूं। मैं 36 साल का हूं लेकिन देश के लिये खेलने का जोश और जुनून बरकरार है।’’
छेत्री ने कहा ,‘‘ लोग पूछते हैं कि मैं 36 साल का हूं और कितने समय तक खेलूंगा। मैं इसकी परवाह नहीं करता। लोगों की अपनी राय होती है और मुझे उससे कोई ऐतराज नहीं। जिस दिन मैं अपने खेल का मजा नहीं ले सकूंगा, उस दिन खुद खेल को अलविदा कह दूंगा।’’
उन्होंने कहा कि उम्र के साथ अपने खेल के बारे में वह ज्यादा समझने लगे हैं और उन्हें पता है कि वह कैसे अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। उन्होंने कहा ,‘‘ कठिन बात प्रेरणा बनाये रखना है। उम्र के साथ और उपब्धियां हासिल करने के बाद वह कम हो जाती है।’’