हॉकी: भारतीय महिलाओं का शर्मनाक प्रदर्शन, वर्ल्ड हॉकी लीग में 8वें स्थान पर रहीं
भारतीय टीम को महिला वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल्स में शनिवार को एक और हार का सामना करना पड़ा है।
जोहानसबर्ग: भारतीय टीम को महिला वर्ल्ड हॉकी लीग सेमीफाइनल्स में शनिवार को एक और हार का सामना करना पड़ा है। एक गोल की बढ़त बनाने के बाद भारतीय महिला हॉकी टीम आयरलैंड के हाथों 1-2 से हारकर महिला हॉकी विश्व लीग सेमीफाइनल में आठवें स्थान पर रही। पूरे मैच में दबदबा बनाने के बावजूद भारत ने विरोधी टीम को आखिरी क्वॉर्टर में 2 गोल करने का मौका दे दिया और उसने सातवें-आठवें स्थान के लिए खेले गए इस मैच में जीत हासिल कर ली।
भारत ने आयरलैंड की अपेक्षा धीमी शुरुआत की। 10वें मिनट में आयरलैंड को पेनल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन गोल नहीं हो सका। यहां से भारतीय टीम जागी और आक्रामक हो गई। 15वें मिनट में मिले पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदल कर गुरजीत कौर ने भारत को एक गोल से आगे कर दिया। दूसरे क्वॉर्टर में काफी रोमांच देखने को मिला। 24वें मिनट में आयरलैंड की एयलेशा मैक्फेरान ने भारत की नवजोत कौर को गलत तरीके से रोका और रैफरी ने भारत को पेनल्टी स्ट्रोक दिया। हालांकि आयरलैंड की गोलकीपर ग्रेस ओ फ्लानगान ने गोल नहीं होने दिया और भारत के हाथ से अपनी बढ़त को दोगुनी करने का मौका चला गया। 28वें मिनट में रानी ने गोल किया, लेकिन यह गोल फाउल करार दे दिया गया क्योंकि यह भारतीय स्ट्राइकर की बैक स्टिक से आया था।
तीसरे क्वॉर्टर में भारतीय महिलाओं को 31वें मिनट में लगातार 2-2 पेनल्टी कॉर्नर मिले, लेकिन दोनों बार भारतीय खिलाड़ी चूक गईं। किस्मत ने एक बार फिर भारत को मौका दिया और 43वें मिनट में वह 2 पेनल्टी कॉर्नर हासिल करने में सफल रही। यहां आयरलैंड की गोलकीपर भारतीय टीम के आड़े आ गईं। चौथे क्वार्टर की शुरुआत के 2 मिनट में आयरलैंड ने बराबरी का गोल दागा। कैथरीन मुलान के शॉट को भारतीय गोलकीपर सविता नहीं रोक पाईं। इसके एक मिनट बाद लिजी कोल्विन ने पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदलकर टीम को 2-1 से बढ़त दिला दी जो अंत तक बरकरार रही।