बेल्जियम के खिलाफ मैच हमारे लिये प्री-क्वार्टर फाइनल की तरह: भारतीय हॉकी कोच
भारत ने शुरूआती पूल मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-0 से रौंदा था और बेल्जियम ने कनाडा को 2-1 से पराजित किया था।
भुवनेश्वर। भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने कहा कि पुरूष हॉकी विश्व कप में रविवार को बेल्जियम के खिलाफ होने वाला मुकाबला घरेलू टीम के लिये लगभग ‘प्री क्वार्टरफाइनल’ की तरह ही है। भारत को पूल सी में मौजूदा ओलंपिक रजत पदकधारी बेल्जियम, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा के साथ रखा गया है और तालिका में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे अंतिम दौर के लिये क्वालीफाई कर लेगी।
भारत ने शुरूआती पूल मैच में दक्षिण अफ्रीका को 5-0 से रौंदा था और बेल्जियम ने कनाडा को 2-1 से पराजित किया था। मेजबान टीम को क्वार्टरफाइनल में स्थान सुनिश्चित करने के लिये और क्रास-ओवर से बचने के लिये बेल्जियम पर जीत की दरकार है। टूर्नामेंट के प्रारूप के अनुसार चारों पूल में शीर्ष पर रहने वाली टीम सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश कर लेंगी जबकि दूसरे और तीसरे स्थान पर रहने वाली टीम अंतिम आठ दौर में जगह बनाने के लिये क्रास-ओवर मुकाबले खेलेंगी।
हरेंद्र ने शनिवार को मैच से पूर्व आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘‘मुझे कोई दबाव नहीं लगता। अगर आप इस दबाव का लुत्फ उठाओगे तो आपको सफलता मिलेगी। मुझे लग रहा है कि कल हमारा प्री क्वार्टरफाइनल मैच है और अगर हमें सीधे क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करना है तो कल हमें इसमें जीत हासिल करनी ही होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमने अपनी टीम की बैठक में इस पर चर्चा की है और हम एक बार में एक ही मैच पर ध्यान लगायेंगे।’’
वर्ष 2013 के बाद से भारत का बेल्जियम के खिलाफ रिकार्ड अच्छा नहीं है, उसने इसके खिलाफ केवल पांच मैच में जीत दर्ज की है, उसे 13 मौकों पर पराजय का मुंह देखना पड़ा है लेकिन एक मुकाबला ड्रा रहा था। बेल्जियम से मिलने वाली चुनौती के बारे में पूछने पर हरेंद्र ने कहा कि भारत को जीत हासिल करने के लिये अपनी पूरी ताकत से खेलना होगा।
उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप पिछले चार-पांच वर्षों के ग्राफ को देखोगे तो बेल्जियम की टीम काफी अच्छी है। हमें हालात के अनुसार खेलना होगा।’’ हरेंद्र ने कहा, ‘‘पिछले पांच-छह महीनों में भारतीय टीम आक्रामक हॉकी खेल रही है जो हमारा हथियार होगा और हम इससे समझौता नहीं करेंगे।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हमें इस बात का ध्यान रखना होगा कि बेल्जियम के खेलने की शैली अलग है, वह हॉकी स्टिक लंबवत करके खेलती है। वे समांनातर स्टिक रखकर हॉकी नहीं खेलते। इसलिये हमें इस पर ध्यान देना होगा। ’’