जालंधर। ड्रैग फ्लिकर वरूण कुमार का मानना है कि खेल से एक महीने के ब्रेक से भारतीय हॉकी खिलाड़ी तोक्यो ओलंपिक समेत आने वाली बड़ी चुनौतियों के लिये खुद को तरोताजा कर सकेंगे। भारतीय हॉकी टीमें कोरोना वायरस महामारी के कारण लागू लॉकडाउन के बीच बेंगलुरू के भारतीय खेल प्राधिकरण केंद्र पर दो महीने से अधिक समय तक फंसी हुई थी। खिलाड़ियों को हाल ही में एक महीने का ब्रेक मिला है।
वरूण ने कहा,‘‘घर पर एक महीना बिताकर हम फिर तरोताजा हो सकेंगे । इसके बाद नये सिरे से शुरूआत करेंगे ताकि जुलाई 2021 में ओलंपिक के समय अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर सकें।’’
उन्होंने कहा,‘‘हमेशा शारीरिक रूप से तरोताजा रहना ही अहम नहीं होता। मानसिक पहलू भी उतना ही महत्वपूर्ण है।’’ उन्होंने कहा,‘‘इस ब्रेक से हमें परिवार के साथ वक्त बिताने का मौका मिला है जिससे काफी फायदा होगा क्योंकि कुछ समय के लिये खेल से ध्यान हट जायेगा।’’
जूनियर हॉकी विश्व कप विजेता डिफेंडरने कहा,‘‘लॉकडाउन के दौरान भारतीय टीम के साथ अपने सफर के बारे में सोचा। मुझे जूनियर विश्व कप 2016 में मिली जीत पर फख्र है जो मेरे कैरियर के सर्वश्रेष्ठ पलों में से एक था।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैने, कृष्ण पाठक, हरमनप्रीत सिंह और मनदीप सिंह ने एक साथ सफर की शुरूआत की थी। हम एक दूसरे से बात करते रहे कि हम कहां तक पहुंच गए हैं। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है।’’