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हरेंद्र पुरूष हॉकी टीम के कोच, महिला टीम के साथ लौटे मारिन

राष्ट्रमंडल खेलों से बैरंग लौटने के बाद हाकी इंडिया ने आज कोचों की अदला-बदली करते हुए महिला टीम के कोच हरेंद्र सिंह को पुरूष टीम की और पुरूष टीम के कोच शोर्ड मारिन को फिर महिला हॉकी टीम की जिम्मेदारी सौंप दी। पिछले साल नवंबर में पुरूष टीम के कोच बनाये गए नीदरलैंड के मारिन अभी भारत में नहीं हैं।

<p>हरेन्द्र सिंह</p>- India TV Hindi हरेन्द्र सिंह

नयी दिल्ली: राष्ट्रमंडल खेलों से बैरंग लौटने के बाद हॉकी इंडिया ने आज कोचों की अदला-बदली करते हुए महिला टीम के कोच हरेंद्र सिंह को पुरूष टीम की और पुरूष टीम के कोच शोर्ड मारिन को फिर महिला हॉकी टीम की जिम्मेदारी सौंप दी। पिछले साल नवंबर में पुरूष टीम के कोच बनाये गए नीदरलैंड के मारिन अभी भारत में नहीं हैं। गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय पुरूष टीम के पांचवें स्थान पर रहने के बाद उन्हें फिर से महिला टीम का कोच बनाया गया है। हॉकी इंडिया के महासचिव मोहम्मद मुश्ताक अहमद ने एक बयान में कहा,‘‘हरेंद्र सिंह के पास अपार अनुभव है और वह पहले भी हॉकी इंडिया लीग और जूनियर टीमों के साथ पुरूष खिलाड़ियों को कोचिंग दे चुके हैं। ’’ 

उन्होंने कहा,‘‘महिला टीम के साथ मारिन का पहला कार्यकाल बहुत अच्छा रहा था और हमें उम्मीद है कि यह सिलसिला आगे भी कायम रहेगा।’’ हॉकी इंडिया ने यह फैसला राष्ट्रमंडल खेलों में पुरूष टीम के प्रदर्शन के मद्देनजर लिया है जिसमें 12 साल में पहली बार भारतीय हाकी टीम पदक नहीं जीत सकी। भारतीय पुरूष हाकी टीम का कोच बनाये जाने से पहले मारिन को पुरूष टीम की कोचिंग का कोई अनुभव नहीं था। 

हरेंद्र 2009 से 2011 के बीच भारतीय पुरूष टीम के कोच रह चुके हैं। वह पिछले साल नवंबर से भारतीय महिला टीम के कोच है जब मारिन को रोलेंट ओल्टमेंस की बर्खास्तगी के बाद पुरूष टीम का कोच बनाया गया था। हरेंद्र के मार्गदर्शन में भारतीय जूनियर टीम ने 2016 में विश्व कप जीता और भारतीय महिला टीम गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेल में चौथे स्थान पर रही । भारतीय टीम ने ओलंपिक चैम्पियन इंग्लैंड को भी हराया था। इससे पहले पिछले साल भारत ने जापान में एशिया कप भी जीता था। 

राष्ट्रमंडल खेलों में खराब प्रदर्शन के बाद मारिन के टीम चयन और अभ्यास के तरीकों पर भी सवाल उठाये जा रहे थे। कुछ खिलाड़ियों ने सरदार सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा और रमनदीप सिंह जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को छोड़कर युवाओं को उतारने के उनके फैसले की भी आलोचना की थी। 

राष्ट्रमंडल खेलों से पहले हालांकि मारिन के साथ पुरूष टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा। भारत ने 10 साल बाद एशिया कप जीता और हाकी विश्व लीग फाइनल में कांस्य पदक हासिल किया। 

मारिन के साथ महिला टीम ने हाकी विश्व लीग सेमीफाइनल के लिये क्वालीफाई किया। अब उनका पहला टूर्नामेंट 13 मई से कोरिया में होने वाली महिला एशियाई चैम्पियंस ट्राफी होगा। मारिन और हरेंद्र दोनों ने इस फैसले पर संतोष जताया है। 

मारिन ने कहा,‘‘महिला टीम के पास फिर लौटकर मैं खुश हूं। हमारी नजरें अब 2018 विश्व कप पर है और हम लय कायम रखने की कोशिश करेंगे।’’ हरेंद्र ने कहा,‘‘मेरे लिये पुरूष टीम का कोच बनना फख्र की बात है। महिला टीम के साथ सफर संतोषजनक रहा और मैं हाकी इंडिया को आगामी महत्वपूर्ण सत्र के लिये मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिये धन्यवाद देता हूं। ’’ 

भारतीय पुरूष हाकी टीम जून में नीदरलैंड में चैम्पियंस ट्रॉफी खेलेगी।