बेंगलुरु| भारतीय महिला हॉकी टीम की गोलकीपर सविता का मानना है कि कोविड-19 सकंट के बीच खुद को प्रेरित रखने के लिए टीम का सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है। भारतीय महिला टीम ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर चुकी है, लेकिन कोरोनावायरस के कारण ओलंपिक को एक साल तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। भारतीय टीम का मानना है कि ओलंपिक स्थगित होने के टीम के पास अपने खेल में सुधार करने का मौका है।
सविता ने आईएएनएस से साक्षात्कार में कहा, "हम खुश हैं कि ओलंपिक की तैयारियों के लिए हमें एक साल और मिल गया है। मुझे नहीं लगता कि इतने बड़े टूर्नामेंट के लिए एक साल का समय काफी है।" उन्होंने कहा, "हालांकि, हम पिछले दो वर्षों से काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और जिस तरह से हमारी टीम आगे बढ़ी है उससे हम खुश हैं। हम कड़ी मेहनत करते रहेंगे और ओलंपिक में शीर्ष चार में जगह बनाना हमारा लक्ष्य है।"
भारतीय पुरुष और महिला टीम इस समय बेंगलुरु के साई सेंटर में अभ्यास कर रही हैं, जहां टीम अपनी फिटनेस औ स्किल्स पर काम कर रही है। सविता ने कहा, " हम हॉकी सेशन नहीं कर पा रहे हैं, लेकिन व्यक्तिगत स्तर पर ट्रेनिंग कर रहे हैं। यह अच्छा है कि हम सब साई केंद्र में हैं और घर पर नहीं हैं क्योंकि हम यहां पर अधिक सुविधाओं का उपयोग कर सकते हैं।"
गोलकीपर ने कहा, खिलाड़ी दिए गए योजना के अनुसार व्यक्तिगत रूप से अभ्यास कर रहे हैं। साथ ही हम सपोर्ट स्टाफ के साथ एक एक करके बैठक भी करते हैं। सिर्फ हॉकी खिलाड़ियों के लिए ही नहीं बल्कि यह हर किसी के लिए मुश्किल समय है। ऐसे समय में खुद को प्रेरित रखने के लिए हमें सकारात्मक रहना महत्वपूर्ण है।"
29 साल की सविता ने जोर देकर कहा कि बिना किसी हॉकी अभ्यास के वे उसी समर्पण के साथ अभ्यास कर रही हैं, जैसे कि अगर ओलंपिक होता तो उन्हें सामान्य परिस्थितियों में करना पड़ता। उन्होंने कहा, "ओलंपिक के लिए ज्यादा समय नहीं बचा है। हम पता भी नहीं चलेगा और साल गुजर जाएगा। इसलिए हम अभी भी उसी समर्पण के साथ अभ्यास ले रहे हैं, जैसे कि इस साल ओलंपिक की मेजबानी होती।"
सविता ने कहा, "हमें नहीं पता कि स्थिति में कब सुधार होगी। हम केवल दुआ ही कर सकते हैं कि सबकुछ जल्द ठीक हो जाए। हमने अगले 15 महीनों की योजना पर चर्चा की है और हम अभी भी ओलंपिक पर ध्यान लगाए हुए हैं।"