जर्मन फुटबॉल लीग शनिवार से पिच पर लौट गयी और कोरोना वायरस महामारी के बाद बहाल होने वाली यह पहली यूरोपीय लीग बन गयी। दो महीने के ब्रेक के बाद जर्मन फुटबॉल लीग ने मैचों की बहाली के लिये असाधारण विस्तृत योजना चांसलर एंजेला मर्केल और अन्य 16 नेताओं को भेजी थी।
उन्होंने साथ ही संक्रमण को रोकने के लिये कई दिशानिर्देश भी भेजे थे। स्टेडियम खाली होंगे, जिसमें सिर्फ खिलाड़ियों के चिल्लाने की आवाजें और रैफरियों की सीटी की आवाज सुनाई देगी।
जर्मनी में अन्य यूरोपीय देशें की तुलना में कोरोना वायरस से कम मौतें हुई हैं लेकिन फिर भी दर्शकों का लौटना अब भी खतरनाक है। ‘बोरूसिया डार्टमंड’ का सामना स्थानीय प्रतिद्वंद्वी ‘शाल्के 04’ से होगा।
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इस मुकाबले में सामान्य तौर पर 82,000 के करीब दर्शक आते, लेकिन अब यह बिना दर्शकों के खेला जायेगा। इंग्लैंड, इटली और स्पेन में अभी भी लीग फुटबॉल शुरू होने में एक महीना लगेगा।
दर्शकों के बिना खेले जाने वाले इस मुकाबले में चुनिंदा मीडियाकर्मी और अधिकारी ही मौजूद होंगे। लीग के दौरान स्थानापन्न खिलाड़ी मास्क पहनेंगे । गोल का जश्न कोहनी टकराकर मनाया जायेगा।
ना तो कोई हाथ मिलायेगा और ना गले मिलेगा। ना तो किसी टीम को घर में खेलने का फायदा मिलेगा और ना मेहमान टीम घाटे में रहेगी।