विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीतने वाले भारतीय मुक्केबाज गौरव बिधूड़ी (56 किग्रा) चोट से शानदार वापसी करते हुए रूस के कास्पिस्क में चल रहे उमाखानोव स्मारक मुक्केबाजी टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचे। बिधूड़ी ने सेमीफाइनल में रूस के मागोमेद शाखबानोव को शिकस्त दी। बिधुड़ी पिछले साल सितंबर में हैम्बर्ग विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक के जीतने के बाद से पीठ में चोट लगने के कारण खेल से दूर थे।
टूर्नामेंट में अन्य भारतीय पुरूष मुक्केबाज रोहित टोकस (64 किग्रा) को हालांकि हार का सामाना करना पड़ा। उन्हें स्थानीय खिलाड़ी रमजान दौदी ने क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हराकर पदक की दौड़ से बाहर कर दिया। स्वीटी (75 किग्रा) महिला वर्ग के फाइनल में पहुंचने वाली इकलौती भारतीय है। उन्होंने रूस की लुबोव यूसुपोवा को मात दी।
विश्व युवा चैंपियन शशि चोपड़ा (57 किग्रा), राष्ट्रमंडल खेलों की पूर्व कांस्य पदक विजेता पिंकी जांगड़ा (51 किग्रा) और पवित्रा (60 किग्रा) को अपने-अपने बाउट में हार के कारण कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।