पेरिस। मौजूदा चैंपियन राफेल नडाल और उनके कट्टर प्रतिद्वंद्वी रोजर फेडरर ने मंगलवार को यहां अपने अपने मैच जीतकर फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में रोमांचक मुकाबले की नींव रखी। नडाल ने जापान के केई निशिकोरी को 6-1, 6-1, 6-3 से हराकर 12वीं बार रोलां गैरां में सेमीफाइनल में जगह बनायी। अपने 12वें फ्रेंच खिताब की जीत की कवायद में लगे नडाल की यह फ्रेंच ओपन में 91वीं जीत है।
फेडरर ने एक अन्य क्वार्टर फाइनल मुकाबले में हमवतन स्विस खिलाड़ी स्टैन वावरिंका को 7-6 (4), 4-6, 7-6 (5), 6-4 से पराजित किया। सैंतीस वर्षीय फेडरर पिछले 28 वर्षों में ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज पुरूष खिलाड़ी बन गये हैं। नडाल का फेडरर पर अब तक 23-15 से बेहतर रिकार्ड है लेकिन इन दोनों के बीच पिछले पांच मुकाबलों में स्विस खिलाड़ी ने जीत दर्ज की है।
इससे पहले महिला वर्ग में योहाना कोंटा ने अमेरिका की सलोने स्टीफेंस को शिकस्त देकर पिछले 36 साल में फ्रेंच ओपन सेमीफाइनल पहुंचने वाली पहली ब्रिटिश महिला बनीं।
टूर्नामेंट में 26वीं वरीयता प्राप्त कोंटा ने पिछले साल की उपविजेता को 6-1, 6-4 से मात दी। सेमीफाइनल में उनका सामना चेक गणराज्य की युवा खिलाड़ी मार्केटा वोनड्रोयूसोवा या क्रोएशिया की पेत्रा मार्टिच के बीच होने वाले क्वार्टर फाइनल मुकाबले की विजेता से होगा।
कोंटा से पहले जो डूरे 1983 में फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में पहुंचने वाली आखिरी ब्रिटिश महिला खिलाड़ी थी। कोंटा की यह उपलब्धि और भी खास है क्योंकि इससे पहले वह टूर्नामेंट में चार बार भाग ले चुकी है लेकिन एक भी मैच जीतने में नाकाम रही थी।