सोच्चि| मौजूदा चैम्पियन लुइस हैमिल्टन पर लगी पेनल्टी का फायदा मर्सिडीज के उनके साथी चालक वालटेरी बोटास को मिला जिन्होंने रविवार को रूस ग्रांप्री फार्मूला वन (एफवन) रेस को अपने नाम किया। पोल पोजिशन (शीर्ष स्थान) से रेस शुरू करने वाले हैमिल्टन एक समय दिग्गज माइकल शूमाकर के रिकार्ड 91 रेस में जीत की बराबरी की तरफ मजबूती से बढ़ रहे थे लेकिन उन्होंने बोटास और रेडबुल के मैक्स वेर्स्टाप्पेन के बाद तीसरे स्थान से संतोष करना पड़ा।
कोविड़-19 महामारी से प्रभावित इस सत्र में यह रेस देखने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक भी पहुंचे थे। बोटास ने इससे पहले सत्र के शुरुआती ऑस्ट्रियाई ग्रांप्री में जीत दर्ज की थी। इस जीत के साथ ही बोटास ने सत्र की तालिका में दूसरे स्थान पर अपनी स्थिति मजबूत कर ली।
उनके और शीर्ष पर काबिज हैमिल्टन के बीच अब 44 अंकों का अंतर है। हैमिल्टन को दो बार पांच-पांच सेकेंड की पेनल्टी दी गयी जिससे वह रेस के दौरान एक समय 11वें स्थान पर खिसक गये थे लेकिन उन्होंने शानदार वापसी कर पोडियम पर स्थान पक्का किया। पिछली तीन रेस में यह दूसरी बार है जब ब्रिटेन का यह चालक पेनल्टी के कारण रेस जीतने में सफल नहीं रहा।