कोरोना वायरस महामारी के चलते पूरी दुनिया में खेल गतिविधियां ठप्प पड़ी हुई हैं लेकिन दक्षिण कोरिया में फुटबॉल टूर्नामेंट 'के लीग' के मैच का जियोंजू स्टेडियम में आयोजन किया गया। हालांकि ये मुकाबला खाली स्टेडियम में खेला गया। जियोंजू स्टेडियम ने 2002 विश्व कप के तीन मैचों की मेजबानी की थी और 42,477 दर्शकों की क्षमता का यह स्टेडियम शुक्रवार को खाली पड़ा था जिसमें लीग का शुरूआती मुकाबला शुरू हुआ।
दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस संकट के खत्म होने के बाद लीग का आगाज किया गया है। इस लीग के पहले मैच को देखने के लिए अंतरराष्ट्रीय टीवी दर्शक स्क्रीन पर नजरे गड़ाये थे। इस मुकाबले का प्रसारण ब्रिटेन, जर्मनी, आस्ट्रेलिया सहित 36 देशों में लाइव किया गया। इस टूर्नामेंट की यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीमिंग और ट्विटर पर इंग्लिश में ग्राफिक्स और कमेंटरी की जा रही है। बता दें, पिछला प्रीमियर लीग मैच 59 दिन पहले खेला गया था।
दुनिया में ज्यादातर लीग इस महामारी के चलते बंद हैं लेकिन के-लीग पहली प्रतियोगिता होगी जो कोविड-19 के बाद शुरू हुई है और इसे देखने के लिये विदेशों में दर्शक बेताब थे जिन्हें इतने समय से कोई टूर्नामेंट देखने को नहीं मिला है। हालांकि मैच के दौरान सुरक्षा के लिये कई दिशानिर्देश जारी किये जिसमें गोल का जश्न मिलजुलकर नहीं मनाना और किसी से बातचीत नहीं करना शामिल था। लीग इस महामारी के चलते दो महीने देर से शुरू हुई और शुरूआती मुकाबला गत चैम्पियन जियोनबुक मोटर्स और सुवोन ब्लूविंग्स के बीच खेला जा रहा है जिसे देखने के लिये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेल प्रेमी नजर गड़ाये हैं।
मैच से पहले स्टेडियम में केवल मीडिया वर्ग में हलचल थी जिसमें पत्रकारों और स्टाफ की आवाज सुनाई दे रही थी। मैच कड़े सुरक्षा दिशानिर्देशों के बीच खेला गया, जितने भी लोगों ने स्टेडियम के अंदर प्रवेश किया उनके शरीर का तापमान चेक किया गया और उन सभी को मास्क पहनना जरूरी थी। पूरे स्टेडियम में हैंड सैनीटाइजर रखे थे। खिलाड़ियों को गोल होने पर अत्यधिक जश्न मनाने, हाथ मिलाने, करीब से बात करने और नाक सिनकने की मनाही थी।
(With PTI Inputs)