फुटबॉल: टीम की हार का दर्द समझने के लिए फैन ने उठाया ये बड़ा कदम, घर पहुंचा समर्थक ग्रुप
इंग्लिश फुटबाल क्लब चेल्सी का 2015-16 सीजन बेहद खराब रहा था। मौजूदा विजेता के तमगे के साथ उतरा यह क्लब अपना खिताब भी नहीं बचा पाया था।
कोलकाता। इंग्लिश फुटबाल क्लब चेल्सी का 2015-16 सीजन बेहद खराब रहा था। मौजूदा विजेता के तमगे के साथ उतरा यह क्लब अपना खिताब भी नहीं बचा पाया था। टीम के खिलाड़ियों के अलावा प्रशंसकों को भी इस बात की दर्द था और इसी दर्द ने भारत में मौजूदा ऐसे ही एक समर्थक स्पशरे घोष को इस दर्द को महसूस करने के लिए अपनी छाती पर क्लब का टैटू बनवाने को प्रेरित किया ताकि वह भी खिलाड़ियों का दर्द समझ सके।
स्पशरे की छाती पर मौजूद यह टैटू अब चर्चा का विषय बन चुका है और इंग्लिश क्लब का भारत में स्थिति आधिकारिक समर्थक ग्रुप स्पशरे के घर भी पहुंच गया। मीडिया साइंस की पढ़ाई कर रहे 24 वर्षीय स्पशरे ने 2015-16 सीजन के बाद अपनी छाती पर चेल्सी को टैटू गुदवाया था। उस सीजन चेल्सी इंग्लिश प्रीमियर लीग (ईपीएल) का अपना खिताब बचाने में कमयाब नहीं हो पाई थी और 10वें पायदान पर रही थी। यह सीजन छुपे रुस्तम निकले लिसेस्टर सिटी की ऐतिहासिक जीत के लिए जाना जाता है।
स्पशरे ने कहा कि उन्होंने टैटू इसलिए गुदवाया ताकि वह भी वही दर्द महसूस कर पाए जो चेल्सी के खिलाड़ियों ने उस सीजन में किया था। खिताब बचाने के मामले में चेल्सी का रिकॉर्ड सबसे खराब रहा है। वह 1996 की ब्लैकबर्न रोवर्स और 2014 की मैनचेस्टर युनाइटेड से भी पीछे रही।
स्पशरे ने आईएएनएस से कहा,"मैं उसी दर्द को महसूस करना चाहता था जो खिलाड़ियों ने किया। उसी समय मैंने टैटू गुदवाने का निर्णय लिया।"
लंदन स्थित क्लब के भारत में मौजूदा आधिकारिक समर्थक ग्रुप- चेल्सी एफसी इंडिया स्पोटर्स क्लब को इस टैटू के बारे में जानकारी मिली और उन्होंने स्पशरे के साथ साढ़े तीन मिनट का एक वीडियो शूट किया। इस वीडियो में स्पशरे की मां को भी देखा जा सकता है।
वीडियो को चेल्सी के आधिकारिक फेसबुक पेज पर भी डाला गया। उसमें यह दर्शाया गया कि कैसे स्पशरे 2004 में एक चेल्सी प्रशंसक बने। उस समय स्पशरे के पिता चेल्सी और मैनचेस्टर युनाइटेड के बीच खिताबी भिड़ंत को देख रहे थे।
स्पशरे ने फिर 2015-16 सीजन के बारे में बताया जिसने उन्हें टैटू गुदवाने के लिए प्रेरित किया।
स्पशरे ने कहा, "हम पिछले सीजन में लीग का खिताब जीते थे। हैजार्ड उस साल प्लेयर ऑफ द ईयर थे और डिएगो कोस्टा ने 20 गोल दागे थे। अगले सीजन की शुरुआत हमारे लिए बेहद खराब रही और हम 10वें पायदान पर रहे। मैंने सोचा हैजार्ड को अभी कैसा महसूस हो रहा होगा। उन्हें बहुत दर्द महसूस हो रहा था, यही वह खिलाड़ी हैं जिनकी वजह से मैं चेल्सी का समर्थक हूं।"
वीडियो को 14 मई को पोस्ट किया गया जिसके बाद से उसे सोशल मीडिया पर बहुत शेयर किया जा रहा है। स्पशरे का मानना है कि खिलाड़ियों ने भी उसे देखा होगा।
स्पशरे ने कहा, "मुझे यकीन है उन्होंने वीडियो देखा होगा। मुझे बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। मैं लाइव मैच देखना चाहता हूं और खिलाड़ियों से बातचीत करना चाहता हूं। आधा सफर तो तय हो चुका है क्योंकि अब मैं क्लब का हिस्सा हूं।"
उन्होंने कहा, "मैंने अपना वीजा बनाने पर काम शुरू कर दिया है। मुझे उम्मीद है कि मैं वहां जाऊंगा और उम्मीद है कि खिलाड़ी मुझे पहचान लेंगे।"
उन्होंने कहा, "मैं हमेशा अपनी मां को मैच देखने के लिए कहता हूं। वह कहती हैं कि उन्हें समझ नहीं आता, लेकिन मैं उनकी मदद करता हूं। मेरे अपने रस्म-रिवाज हैं, मैं खुशी और दुख के क्षणों को याद रखता हूं। वह मेरे जीवन का बड़ा हिस्सा हैं और मुझे खुशी है कि इस चीज को पहचाना गया।"
चेल्सी बीते सीजन तीसरे पायदान पर रही और अभी उसे यूरोपा लीग का फाइनल खेलना है जो 30 मई को आर्सेनल के खिलाफ होगा।