मुंबई| भारतीय मोटर स्पोटर्स क्लब महासंघ (एफएमएससीआई) ने सीनियर को-ड्राइवर मुसा शेरिफ का नाम राजीव गांधी खेल रत्न के लिए नामित किया है। रैली ड्राइवरों को सम्मान दिया जाता रहा लेकिन यह पहली बार है जब किसी को-ड्राइवर (नेविगेटर) के नाम की सिफारिश देश के सर्वोच्च खेल पुरस्कार के लिए की गई है।
वर्ष 2019 में सरकार द्वारा एफएमएससीआई को मोटर स्पोर्ट्स के लिए राष्ट्रीय महासंघ के रूप में मान्यता देने के बाद उसी साल गौरव गिल अर्जुन पुरस्कार दिया गया था। गिल एकमात्र ड्राइवर हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिला है। केरल के कासरगोड के रहने वाले शेरिफ भारत के सर्वाधिक सफलता हासिल करने वाले को-ड्राइवर हैं और वह गिल के साथ सात बार राष्ट्रीय खिताब जीत चुके हैं।
48 वर्षीय शेरिफ पिछले 30 वर्षो से रैली का हिस्सा हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत का प्रतिनिधित्व किया है। शेरिफ ने यूएई, एपीआरसी 2 एशिया कप और मलेशियन चार गुणा चार में खिताब जीते हैं।
शेरिफ ने कुल 296 रैली में को-ड्राइवर/नेविगेटर के रूप में हिस्सा लिया है। शेरिफ ने कहा, "यह वास्तव में मेरे लिए एक बड़ा सम्मान है और मैं इसके लिए एफएमएससीआई को धन्यवाद देना चाहता हूं।"
शेरिफ के अलावा एफएमएससीआई ने युवा ड्राइवर जेहान दारुवाला को अर्जुन अवॉर्ड के लिए नामित किया है। दारुवाला रेड बुल जूनियर टीम का हिस्सा हैं और उन्होंने एफआईए फॉर्मुला 2 चैंपियनशिप में हिस्सा लिया है। इसके अलावा वह 2019 एफआईए फॉर्मुला 3 चैंपियनशिप में ओवरऑल तीसरे स्थान पर रहे थे। द्रोणाचार्य अवॉर्ड के लिए एफएमएससीआई ने अपने अध्यक्ष और पूर्व रैसिंग ड्राइवर अकबर इब्राहिम के नाम की सिफारिश की है।