क्रोएशिया के कोच ज्लाटको डेलिच को मलाल है कि वीएएस (वीडियो असिस्टेंट रैफरी) के विवादास्पद पेनल्टी देने के मामले में भाग्य ने उनका साथ नहीं दिया जिसके बाद उनकी टीम को विश्व कप फाइनल में फ्रांस के खिलाफ 2-4 से हार का सामना करना पड़ा। स्कोर जब 1-1 से बराबर था तब अर्जेन्टीना के रैफरी नेस्टर पिटाना ने अपने शुरुआती फैसले को बदलते हुए फ्रांस को पेनल्टी किक दे दी जिसे एंटोनी ग्रिजमैन ने गोल में बदल अपनी टीम को 2-1 से आगे कर दिया। रैफरी ने टेलीविजन रीप्ले देखे जाने के बाद इवान पेरिसिच के हैंडबॉल के लिए ये पेनल्टी दी।
इस फैसले के बावजूद हालांकि डेलिच ने वीएआर का बचाव करते हुए इसे फुटबॉल के लिए अच्छी चीज बताया। डेलिच ने कहा, ‘‘मैं कभी रैफरी पर टिप्पणी नहीं करता लेकिन विश्व कप फाइनल में आपको इस तरह पेनल्टी नहीं देनी चाहिए।’’उन्होंने कहा, ‘‘इससे किसी भी मायने में फ्रांस की जीत कमतर नहीं होती। हम थोड़े दुर्भाग्यशाली रहे, शायद पहले छह मैचों में भाग्य ने हमारा साथ दिया लेकिन आज नहीं।’’
डेलिच ने कहा, ‘‘मुझे अपने खिलाड़ियों को बधाई देनी होगी, शायद इस चैंपियनशिप में आज हमने अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाया। फ्रांस जैसी मजबूत टीम के खिलाफ आपको गलती नहीं करनी चाहिए। हम थोड़े दुखी हैं लेकिन हमने जो किया उस पर हमें गर्व भी होना चाहिए।’’ आपको बता दें कि फ्रांस की टीम ने फाइनल मुकाबले में 4-2 से शानदार जीत दर्ज की और विश्व कप की ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। इसके साथ ही फ्रांस ने दूसरी बार खिताब जीतने में कामयाबी हासिल की।