Exclusive | टॉप्स में शामिल होने के बाद बोली दुती चंद, "खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने निभाया अपना वादा"
पिछले 4 साल से टॉप्स में शामिल होने के लिए बेताब दुती ने बताया कि खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने मुझे किया अपना वादा निभाया।
पूरी दुनिया में बढती कोरोना महामारी में लॉकडाउन के बावजूद देश की महिला स्प्रिंटर एथलीट दुती चंद ने ओलंपिक्स की उम्मीदें नहीं छोड़ी और अपनी ट्रेनिंग लगातारी जारी रखी। जिसके चलते खेल मंत्रालय ने उन्हें हाल ही में टॉप्स ( टारगेट ओलम्पिक पोडियम स्कीम ) में शामिल कर लिया है। इस स्कीम के तहत दुती को हर तरह से खेल मंत्रालय मदद देगा। जिससे उन्हें मिशन ओलम्पिक की तैयारी में आने वाली किसी भी समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। ऐसे में पिछले 3 साल से टॉप्स में शामिल होने के लिए बेताब दुती ने बताया कि खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने मुझे किया अपना वादा निभाया।
इंडिया टी. वी. डॉट इन ( Indiatv.in ) से ख़ास बातचीत में दुती चंद ने टॉप्स स्कीम में शामिल होने से मिलने वाली ख़ुशी के पीछे खेलमंत्री किरेन रिजिजू को श्रेय दिया। दुती ने कहा, " पिछले साल मैंने खेलमंत्री किरेन रिजिजू से ओडिशा में पहली बार बोला था कि सर मुझे टॉप्स में शामिल कर लीजिए। जिसके बाद उन्होंने मुझसे कहा था कि दुती तुम चिंता ना करो और खेल पर ध्यान दो बाकी सब हो जायेगा।"
गौरतलब है कि दुती चंद पिछले तीन साल से टॉप्स में खुद को शामिल किए जाने की मांग करती आई है। इसको लेकर उन्होंने उस समय खेल मंत्री रहे राज्यवर्धन सिंह राठौड़ से भी सिफारिश की थी। मगर कुछ कारणों वश दुती को टॉप्स में जगह नहीं मिली थी। ऐसे में दुती को अब मिशन ओलंपिक सेल की 26 नवंबर को हुई बैठक के बाद ट्रैक एवं फील्ड के सात खिलाड़ियों को भी टॉप्स डेवलपमेंटल समूह में शामिल किया गया है।
इस तरह टॉप्स में शामिल होने की जानकारी को लेकर मंत्रालय से किसी का फोन आने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "मुझे मीटिंग के चार से पांच दिन पहले ही खेल मंत्री किरेन रिजिजू जी का फोन आया था और उन्होंने मुझे इसमें शामिल होने के बारे में जानकारी दी थी। जिससे मुझे काफी ख़ुशी हुई। उन्होंने अपना वादा निभाया।"
दुती को अक्सर आर्थिक संकटों से जूझते हुए देखा जाता रहा है। जिसको लेकर उन्होंने कई बार सबके सामने आकर पैसे व संसाधनों की अपनी समस्या को सामने रखा है। इस कड़ी में हाल ही में उन्होंने अपनी बीएमडब्ल्यू कार बेचने की बात कही थी। जिस पर काफी हंगामा भी हुआ था। हलांकि उनकी राज्य सरकार ओडिशा उन्हें काफी मदद कर रही है। जिसके बाद अब टॉप्स में नाम आने से दुती को मिशन ओलंपिक के लिए आर्थिक समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ेगा।
इस तरह टॉप्स में शमी होने से मिलने वाले फायदे के बारे में 100 मीटर दौड़ की फर्राटा धाविका दुती ने कहा, "कोरोना महामारी की वजह से सभी की आय में काफी कमी आई है। कोई कम्पटीशन नहीं हुआ है और अगले साल 2021 के लिए जो ट्रेनिंग कर रही हूँ। उसमें आर्थिक रूप से काफी मदद मिलेगी। इतना ही नहीं देश से बाहर होने वाले कम्पटीशन में भी मुझे काफी राहत मिलेगी।"
बता दें कि दुती 100 मीटर की महिला स्प्रिंट रेस में भारत के लिए ओलंपिक में अपना दावा पेश करना चाहती है। जिसके लिए वो दिन रात एक कर काफी मेहनत कर रही है। भारत में 100 मीटर की महिला दौड़ में दुती की टाइमिंग सबसे तेज 11.22 सेकेण्ड है। जबकि ओलम्पिक में क्वालिफाई करने का मानक समय 11.15 सेकेण्ड हैं। ऐसे में दुती को अब सिर्फ अपनी तैयारी पर ध्यान देना चाहिए। जिससे वो इस समय को कम करके अगले साल 2021 में जापान में होने वाले 2020 टोक्यो ओलंपिक में देश का प्रेतिनिधित्व कर मेडल ला सके।