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Hindi News खेल अन्य खेल Exclusive | यूरोपीयन स्टाइल से टोक्यो ओलंपिक में धमाल मचाने को तैयार थे बजरंग पूनिया, स्थगन से हुए निराश

Exclusive | यूरोपीयन स्टाइल से टोक्यो ओलंपिक में धमाल मचाने को तैयार थे बजरंग पूनिया, स्थगन से हुए निराश

टोक्यो ओलंपिक 2020 गेम्स अब अगले साल 23 जुलाई से आठ अगस्त, 2021 के बीच आयोजित किए जाएंगे जबकि पैरालम्पिक खेल 24 अगस्त से पांच सितंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।

Bajrang Punia- India TV Hindi Image Source : TWITTER Bajrang Punia

कोरोना के कहर के कारण पूरी दुनिया में सभी खेल गतिविधियों को स्थगित कर दिया है। इतना ही नहीं इस साल जुलाई माह में होने वाले टोक्यो ओलंपिक गेम्स तक को भी एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया है। जिस फैसले को सभी ने सराहा भी है। मगर इसी बीच Indiatv.in से ख़ास बातचीत में टोक्यो ओलंपिक में भारत के लिए पदक के दावेदार माने जाने वाले पहलवान बजरंग पूनिया ने ओलंपिक स्थगित होने को कुछ खट्टा तो कुछ मीठा बताया है।

65 किलो ग्राम भार में दुनिया के नंबर एक पहलवान रह चुके व वर्तमान में नंबर दो पर काबिज बजरंग ने कहा, “कोरना वायरस के चलते टोक्यो ओलंपिक एक साल के लिए स्थगित कर दिया गया इस फैसले का मैं स्वागत करता हूँ। लेकिन बतौर खिलाड़ी मैं थोडा निराश हूँ क्योंकि मैं पूरी तरह से तैयार था और मेरी फॉर्म भी अच्छी चल रही थी। ऐसे में एक साल और लम्बा इंतज़ार करने से थोडा निराश हूँ। क्योंकि पूरे वर्ल्ड में सभी खिलाड़ी ओलंपिक की तैयारी कर रहे थे लेकिन कोरोना की किसी ने नहीं की थी।”

गौरतलब है कि टोक्यो ओलंपिक 2020 गेम्स अब अगले साल  23 जुलाई से आठ अगस्त, 2021 के बीच आयोजित किए जाएंगे जबकि पैरालम्पिक खेल 24 अगस्त से पांच सितंबर के बीच आयोजित किए जाएंगे।

अब कोरोना वायरस के पसारते पैर के कारण पुरे देश में 14 अप्रैल तक लॉकडाउन है ऐसे में कोरोना कि जंग से लड़ने के लिए बजरंग किस तरह घर पर काम कर रहे हैं। इसके बारे में उन्होंने कहा, “जैसा  हमारे पीएम मोदी जी ने कहा है कि घर पर रहे और सुरक्षित रहे। इसलिए हम घर पर रहते हैं माता-पिता के साथ समय व्यतीत करते हैं। फिट रहने के लिए एक्सरसाइज भी करते रहते हैं। टेलीविजन पर भी प्रोग्राम देखा रहता हूँ।”

टोक्यो ओलंपिक 2020 की तैयारी के लिए पिछले कई सालों से बजरंग एशियन स्टाइल पहलवानी छोड़कर यूरोपियन स्टाइल में अपनी पहलवानी को निखार रहे थे। जिस पर उन्हें भरोसा भी बहुत है और वो काफी समय से यूरोप में थे। इस तरह यूरोपियन पहलवानी की खासियत बताते हुए उन्होंने कहा, “एशियन पहलवानी में ताकत पर ज्यादा जोर दिया जाता है जबकि यूरोपियन पहलवानी में तकनीक पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। इसलिए ये मुझे पसंद आती है।”

अंत में बजरंग से जब कोरोना जैसे वायरस के खत्म होने के बाद वापस यूरोप जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग के सभी टूर्नामेंट स्थगित हो गए हैं तो अभी यूरोप नहीं जाऊँगा। इतना ही नहीं आगे देखते हैं जैसी स्थिति होगी वैसा प्लान बनाऊंगा अभी मेरे दिमाग में आगे का कोई प्लान नहीं है।“