हैदराबाद: विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के फाइनल में बेहद संघर्षपूर्ण मुकाबले में जापान की नोजोमी ओकुहारा से मामूली अंतर से मात खाने वाली भारत की महिला खिलाड़ी पी.वी. सिंधु ने कहा कि वह उनका दिन नहीं था। ग्लास्गो में खेली गई इस चैम्पियनशिप के फाइनल में ओकुहारा ने सिंधु को एक घंटे 50 मिनट तक चले मुकाबले में 21-19, 20-22, 22-20 से मात दी। इस मैच में 73 शॉट की रैली देखी गई।
रजत पदक से संतोष करने वाली सिंधु ने कहा कि वह हार के बाद निराश हैं लेकिन उन्हें मैच खेलने में मजा आया। स्वदेश लौटने पर संवाददाता सम्मेलन में सिंधु ने मंगलवार को कहा, "जाहिर सी बात है कि मैं दुखी हूं, लेकिन यह अच्छा मैच रहा। ओकुहारा ने शानदार खेल खेला। तीसरे गेम में 20-20 का स्कोर हो जाने के बाद मैच किसी भी तरफ जा सकता था। मैंने संघर्ष किया लेकिन वह मेरा दिन नहीं था।"
सिंधु का यह इस चैम्पियनशिप में पहला रजत पदक था। इससे पहले उन्होंने 2013 और 2014 में कांस्य पदक जीता था।
रियो ओलम्पिक-2016 में रजत पदक जीतने वाली सिंधु ने कहा, "उस समय मैं सिर्फ यही सोच रही थी कि मैं अंक कैसे लूं क्योंकि वह विश्व चैम्पियनशिप का फाइनल था। मैं कोर्ट पर अच्छा खेल रही और ओकुहारा मेरे बराबर ही थकी हुई थीं।"
उन्होंने शुरुआत में लंबी रैली खेली और हर रैली काफी मुश्किल थी। अंत तक ऊर्जा बची नहीं थी।