A
Hindi News खेल अन्य खेल चुन्नी गोस्वामी का खेल देखते हुए जब फुटबॉल स्टेडियम में दर्शकों से भिड़ गए थे दिलीप कुमार

चुन्नी गोस्वामी का खेल देखते हुए जब फुटबॉल स्टेडियम में दर्शकों से भिड़ गए थे दिलीप कुमार

दिलीप कुमार फुटबॉल के बड़े शौकीन थे और कोलकाता के मशहूर क्लब मोहम्मडन स्पोर्टिंग के साथ चुन्नी गोस्वामी के खेल के दीवाने थे। कहा जाता है कि चुन्नी गोस्वामी ने 1964 में मुंबई में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कहा तो दो खास प्रशंसकों ने उनसे फैसला बदलने का अनुरोध किया था।

Dilip Kumar, football stadium, Chunni Goswami- India TV Hindi Image Source : TWITTER Dilip Kumar

अपने जीवंत अभिनय से करोड़ों को अपना मुरीद बनाने वाले महान अभिनेता दिलीप कुमार फुटबॉल के बड़े शौकीन थे और कोलकाता के मशहूर क्लब मोहम्मडन स्पोर्टिंग के साथ चुन्नी गोस्वामी के खेल के दीवाने थे। कहा जाता है कि चुन्नी गोस्वामी ने 1964 में मुंबई में अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल को अलविदा कहा तो दो खास प्रशंसकों ने उनसे फैसला बदलने का अनुरोध किया था। ये दोनों प्रशंसक थे दिलीप कुमार और प्राण। दोनों गोस्वामी का कोई मैच देखने का मौका नहीं छोड़ते थे। 

एक और किस्सा है जब एक प्रीमियर टूर्नामेंट के फाइनल में दिलीप कुमार विरोधी टीम के समर्थकों से भिड़ गए थे। भारतीय सिनेमा के महानायक दिलीप कुमार का लंबी बीमारी के बाद मुंबई के एक अस्पताल में आज निधन हो गया। वह 98 वर्ष के थे। 1980 में मोहम्मडन स्पोर्टिंग और ईस्ट बंगाल के बीच रोवर्स कप फाइनल के लिये दिलीप कुमार को मुख्य अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। 

यह भी पढ़ें- इंग्लैंड की कप्तानी करना मेरे लिए सम्मान की बात है : बेन स्टोक्स

मोहम्मडन के कप्तान रहे विक्टर अमलराज ने कहा,‘‘वह एकदम खफा हो गए थे और मंच से जाने लगे थे लेकिन बाद में हालात काबू में लाये गए।’’ उन्होंने हैदराबाद से पीटीआई को बताया,‘‘उस समय राज कुमार और राजेश खन्ना की ‘मर्यादा ’बड़ी हिट फिल्म थी। कुछ विरोधी समर्थकों ने राज कुमार के नाम के नारे लगाने शुरू कर दिये जिससे दिलीप साहब नाराज हो गए।’’ 

अमलराज ने बताया,‘‘वह मंच से खड़े हो गए और कहा कि मुझे क्यों बुलाया, राज कुमार को ही बुलाना था। बाद में हालांकि उनका गुस्सा ठंडा हो गया।’’ भारत के पूर्व डिफेंडर सुब्रत भट्टाचार्य ने कहा,‘‘दिलीप कुमार को फुटबॉल का बहुत शौक था। मैं उनसे कई बार मिला वह हमेशा खेल के बारे में बात करते थे। रोवर्स कप के मैच देखने तो वह हमेशा आते थे। वह कश्मीर में संतोष ट्रॉफी फाइनल देखने भी आये थे।’’ 

यह भी पढ़ें- क्रिकेट बोर्ड से अनुबंध पर नहीं बनी बात तो संन्यास ले सकते हैं श्रीलंकाई खिलाड़ी एंजलो मैथ्यूज

उन्होंने कहा,‘‘मैं बांबे में उनसे नटराज स्टूडियो में मिला। पहली बार गया तो वह मेरे पास आये और प्यार से बोले कि ऐसे खड़ा क्यों हैं। फिर निर्देशक के पास ले गए और बोले कि ये बड़ा प्लेयर है, इंडिया के लिये खेलता है, इसे बैठने दो।’’