बर्मिघम: ऑल इंग्लैंड ओपन चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में रियो ओलम्पिक रजत पदक विजेता पी.वी. सिंधु की हार के साथ ही चैम्पियनशिप में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई। वर्ल्ड नम्बर-3 सिंधु का कहना है कि बैडमिंटन के खेल में 2-3 अंकों का अंतर भले ही कम लगे, लेकिन एक खिलाड़ी के लिए ये बहुत मायने रखते हैं।
वर्ल्ड नम्बर-2 अकाने यामागुची ने सिंधु को शनिवार देर रात खेले गए एक घंटे और 20 मिनट के मुकाबले में 19-21, 21-19, 21-18 से मात देकर फाइनल में कदम रखा। यामागुची के खिलाफ मैच के बाद बयान में सिंधु ने कहा, "तीन गेमों को खेलते हुए परेशानी नहीं होती, लेकिन ये आसान भी नहीं होते। दो खिलाड़ियों के बीच 18 के स्कोर के बाद वो दो-तीन अंकों का अंतर बेहद मायने रखता है।"
सिंधु ने कहा, "इस सेमीफाइनल मैच के दौरान मेरे और यामागुची के बीच कई लंबी रैलियां चली, लेकिन वो दो-तीन अंक ही मैच का विजेता तय करते हैं और यही अंक मुझ पर भारी पड़े।" भारतीय खिलाड़ी ने कहा, "मुझे लगता है कि आज (शनिवार) मेरा दिन नहीं था। मैंने अपना शानदार प्रदर्शन किया। मैच के दौरान उतार-चढ़ाव होते हैं, जिसमें एक हारता है और एक जीतता है। इस मैच से सीख भी मिली और मैं अच्छी वापसी करूंगी। आप हारे या जीते, लेकिन अगली चुनौती के लिए आपको वापसी करनी होती है।"