बचपन में धोनी के प्लान अलग थे लेकिन मैंने अलग रास्ता चुना – गुरप्रीत सिंह संधू
भारतीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह, जो पहले तो क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट सीखने गए थे मगर वर्तमान में फुटबॉल के गोलकीपर है।
पूरी दुनिया में कैप्टन कूल के नाम से मशहूर टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की बल्लेबाजी, विकेटकीपिंग और उनकी सादगी के सभी फैन हैं। मगर इस खेल में आने से पहले वो फुटबॉल खेलते थे और अपने करियर में आगे चलकर वो एक गोलकीपर बनना चाहते थे। हालांकि नियति को कुछ और ही मंजूर था जिसके चलते फुटबॉल तो नहीं बल्कि क्रिकेट के मैदान में वो एक महान खिलाड़ी बनकर निकले। इसके बिल्कुल विपरीत भारतीय टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू की कहानी है जो पहले तो क्रिकेट अकादमी में क्रिकेट सीखने गए थे मगर वर्तमान में फुटबॉल के गोलकीपर है।
इस तरह कोरोना महामारी और लॉकडाउन के चलते ऑस्ट्रेलिया में फंसे गुरप्रीत से जब धोनी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने आईएएनएस से कहा, "धोनी बचपन में गोलकीपर बनना चाहते थे जबकि मेरे प्लान अलग थे।"
गुरप्रीत ने आगे बताया कि उन्होंने मोहाली में क्रिकेट अकादमी में भी एडमिशन लिया था लेकिन तीन दिन के बाद वह फुटबॉल की तरफ आ गए।
आईएसएल में अपनी टीम बेंगलुरू को सेमीफाइनल में पहुंचाने वाले इस गोलकीपर ने कहा, "मैं जब छोटा था तब तीन-चार दिन क्रिकेट अकादमी गया था। मुझे क्रिकेट से प्यार नहीं था क्योंकि उसमें आक्रामकता नहीं थी, लेकिन मेरे पिता को क्रिकेट पसंद था इसिलए मैंने जोखिम लिया।"
वही खेलों के बारे में गुरप्रीत ने कहा कि अगर बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेलना नया चलन है तो फिर खिलाड़ियों को इसका सम्मान करना चाहिए।
गुरप्रीत ने कहा, "हम स्टडियम में लोगों को देखना पसंद करते, लेकिन इस समय लोगों की सुरक्षा काफी अहम है।"
ये भी पढ़ें : विजेंद्र सिंह ने बताया, किस तरह प्रोफेशनल बॉक्सिंग में पहली जीत ने बदल दी उनकी जिंदगी
भारतीय फुटबॉल टीम के गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू का मानना है कि जब खेल टीवी पर वापसी करेंगे चाहे वो खाली स्टेडियम में ही बिना दर्शकों के खेले जाएं, तभी लोग थोड़ा अच्छा महसूस करेंगे।
गौरतलब है कि जर्मनी की फुटबॉल लीग शनिवार से चालू हो रही है। कोरोनावायरस के कारण इसे स्थगित रखा गया था, हालांकि इसके मैच बिना दर्शकों के खाली स्टेडियम में खेले जाएंगे, लेकिन टीवी पर लोग इसे आसानी से देख सकेंगे।
वहीं अखिल भारतीय फुटबाल फेडरेशन (एआईएफएफ) ने इस साल अर्जुन अवार्ड के लिए पुरुष खिलाड़ी संदेश झिंगान और महिला खिलाड़ी बाला देवी का नाम भेजा है।
गुरप्रीत ने दोनों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, "संदेश और बाला के लिए यह शानदार खबर है। मैं दोनों के लिए खुश हूं। वह दोनों इसके हकदार हैं। मैं दोनों को शुभकामनाएं देता हूं।"
( With input Ians )