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सितंबर में डेविस कप में भिड़ेंगे भारत और पाक, तटस्थ स्थल हो सकता है मुकाबला

भारतीय डेविस कप टीम को बुधवार को हुए ड्रा के अनुसार पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर भिड़ना होगा लेकिन किसी भी खेल की टीम को पड़ोसी देश की यात्रा करने की अनुमति नहीं देने की केंद्र सरकार की नीति के कारण इस मुकाबले को तटस्थ स्थल पर आयोजित किया जा सकता है। 

Davis Cup- India TV Hindi Image Source : PTI Davis Cup

नागपुर। भारतीय डेविस कप टीम को बुधवार को हुए ड्रा के अनुसार पाकिस्तान से उसकी सरजमीं पर भिड़ना होगा लेकिन किसी भी खेल की टीम को पड़ोसी देश की यात्रा करने की अनुमति नहीं देने की केंद्र सरकार की नीति के कारण इस मुकाबले को तटस्थ स्थल पर आयोजित किया जा सकता है। मार्च 1964 के बाद से किसी भी भारतीय डेविस कप टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया है और लाहौर में हुए उस मुकाबले में भारत 4-0 से जीता था। 

इस साल सितंबर में होने वाले मुकाबले का ड्रा लंदन में हुआ। इसकी विजेता टीम विश्व ग्रुप क्वालीफायर में पहुंच जायेगी। सरकार ने भारतीय क्रिकेट टीम को किसी भी द्विपक्षीय मुकाबले के लिये पाकिस्तान जाने की अनुमति नहीं दी है। पीसीबी ने आईसीसी पंचाट के समक्ष इस संबंध में मुआवजा मामला भी दायर किया लेकिन अंत में बीसीसीआई से हार गया। 

अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) ने कहा कि वह यह जानने के लिये सरकार से बातचीत करेंगे कि टीम को यात्रा करने की अनुमति दी जायेगी या नहीं। 
एआईटीए के महासचिव हिरण्यमय चटर्जी ने पीटीआई से कहा, ‘‘एआईटीए के पास विकल्प नहीं है। हमें सरकार की नीति का अनुकरण करना होगा। हम इसके बारे में जानने के लिये सरकार से बात करेंगे। सरकार ने किसी भी खेल की टीम को पाकिस्तान की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी है। ’’ 

पाकिस्तान ने पिछले साल ग्रासकोर्ट पर उज्बेकिस्तान और कोरिया की मेजबानी की थी। यह मुकाबला विपक्षी टीम की सरजमीं पर ही होगा क्योंकि दोनों देशों के बीच पिछला मैच 2006 में मुंबई में खेला गया था जिसमें भारत ने 3-2 से जीत हासिल की थी। 

मौजूदा गैर खिलाड़ी कप्तान महेश भूपति उस टीम का हिस्सा थे, जिसमें महान खिलाड़ी लिएंडर पेस, प्रकाश अमृतराज और रोहन बोपन्ना भी शामिल थे। 
इससे पहले भारत और पाकिस्तान एक दूसरे से 1973 में भिड़े थे जो तटस्थ स्थल मलेशिया में खेला गया था। 

हालांकि दोनों देशों के बीच टेनिस में क्रिकेट जैसी प्रतिद्वंद्विता नहीं है लेकिन युगल विशेषज्ञ बोपन्ना को छोड़ दें तो मौजूदा खिलाड़ी पाकिस्तान के खिलाफ नहीं खेले हैं और पड़ोसी देश का दौरा करना तो दूर की बात है। 

एशिया/ओसनिया क्षेत्र में भारत मजबूत टीम है और पाकिस्तान से अब तक हुई छह भिड़ंत में कभी भी हारी नहीं है। 1971 में जब पाकिस्तानी टीम मेजबान थी तो भारत को वाकओवर दिया गया था। भूपति पाकिस्तान से मुकाबले से काफी खुश थे। 

भूपति ने पीटीआई से कहा, ‘‘हमारी टीम की गहराई को देखते हुए यह हमारे लिये अच्छा ड्रा है। हम जीतने और विश्व ग्रुप प्ले आफ (क्वालीफायर) में फिर से वापसी के लिये उम्मीद लगाये हैं। ’’ 

भारत के कोच जीशान अली ने कहा, ‘‘हम पाकिस्तान के खिलाड़ियों को अच्छी तरह जानते हैं। मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे पास अब जो टीम है और जिस तरह से हमारे खिलाड़ी खेल रहे हैं और अपनी रैंकिंग में सुधार कर रहे हैं, हम निश्चित रूप से मजबूत हैं। ’’ 

हालांकि इन दोनों ने इस बात पर कोई टिप्पणी नहीं कि सरकार को टीम को यात्रा करने की अनुमति देनी चाहिए या वे पाकिस्तान की यात्रा करने के इच्छुक हैं या नहीं। 

पाकिस्तान हालांकि इसमें भारत की टक्कर की टीम नहीं होगी क्योंकि उनका कोई भी एकल खिलाड़ी एटीपी रैंकिंग में शामिल नहीं है। उनके पास अच्छा प्रतिस्पर्धी खिलाड़ी केवल आयसम उल हक कुरैशी के रूप में है जिनकी युगल रैंकिंग 67 है। 

बोपन्ना और कुरैशी बीते समय में टीम के तौर पर खेल चुके हैं और भारत-पाक एक्सप्रेस के रूप में मशहूर इस जोड़ी ने सफलता भी हासिल की थी। 39 साल के अकील खान अब भी उनके लिये एकल खेल रहे हैं। उनके पास मुजम्मिल मुर्तजा और हीरा आशिक और शहजाद खान टीम में हैं। भारत के शीर्ष खिलाड़ी प्रजनेश गुणेश्वरन और रामकुमार रामनाथन एकल की शीर्ष 100 रैंकिंग में प्रवेश करने के करीब हैं।