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Hindi News खेल अन्य खेल CWG 2018: भारत के पांच मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक किये पक्के

CWG 2018: भारत के पांच मुक्केबाजों ने सेमीफाइनल में पहुंचकर पदक किये पक्के

अनुभवी मनोज कुमार (69 किग्रा) ने आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों में अपने लिये दूसरा पदक पक्का किया जबकि उनके अलावा चार अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने भी इस खेल महाकुंभ के सेमीफाइनल में जगह बनायी। 

<p>Manoj Kumar</p>- India TV Hindi Manoj Kumar

गोल्ड कोस्ट: अनुभवी मनोज कुमार (69 किग्रा) ने आज यहां राष्ट्रमंडल खेलों में अपने लिये दूसरा पदक पक्का किया जबकि उनके अलावा चार अन्य भारतीय मुक्केबाजों ने भी इस खेल महाकुंभ के सेमीफाइनल में जगह बनायी। मनोज के अलावा पहली बार इन खेलों में भाग ले रहे अमित पंघाल (49 किग्रा), मोहम्मद हसमुद्दीन (56 किग्रा ), 19 वर्षीय नमन तंवर (91 किग्रा) और सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक) ने भी सेमीफाइनल में पहुंचकर अपने लिये पदक पक्के किये। पिछली बार भारतीय मुक्केबाजों ने तीन रजत और एक कांस्य पदक जीता। 

अमित ने क्वार्टर फाइनल में स्काटलैंड के अकील अहमद को बंटे हुए फैसले पर 4-1 से हराया। दूसरी ओर नमन ने समोआ के फ्रेंक मासोइ को 5-0 से करारी शिकस्त दी। अमित ने जीत के बाद कहा, ‘‘मैने सोचा नहीं था कि अहमद इतना अच्छा खेलेगा। उसने अपनी रफ्तार से मुझे हैरान कर दिया। कोचों ने मुझे आक्रामक खेल दिखाने की सलाह दी और इसी से नतीजा मेरे पक्ष में गया।  यह मेरे कैरियर का सबसे बड़ा पदक होगा। इसमें कोई शक नहीं।’’ 

लगातार तीसरा अंतरराष्ट्रीय स्वर्ण हासिल करने की कोशिश में जुटे हरियाणा के 22 बरस के अमित शुरूआती दौर हार गए लेकिन शानदार वापसी करके जीत दर्ज की । 
इंडिया ओपन और बुल्गारिया में स्ट्रांजा मेमोरियल टूर्नामेंट में अमित ने स्वर्ण पदक जीता था । 

नमन ने युवा विश्व चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता था । उन्होंने राष्ट्रीय ट्रायल में एशियाई रजत पदक विजेता सुमित सांगवान को हराकर टीम में जगह बनायी थी। 
नमन ने कहा, ‘‘मैं अपने प्रतिद्वंद्वी के बारे में नहीं जानता था इसलिए मैंने पहले दौर में उसको भांपा और फिर आक्रामक अंदाज अपनाया।’’ अब उसका सामना आस्ट्रेलिया के जासन वाटले से होगा। 

शाम के सत्र में मनोज और हसमुद्दीन रिंग में उतरे और उन्होंने क्रमश : जाम्बिया के इवेरिस्तो मुलेंगा और आस्ट्रेलिया के टेरी निकोलस को हराया। 

हसमुद्दीन ने अपना अच्छा प्रदर्शन जारी रखते हुए मुलेंगा को 5-0 से हराया लेकिन मनोज को स्थानीय दर्शकों के चहेते निकोलस के खिलाफ काफी मेहनत करनी पड़ी। 
मनोज ने अपने अब तक प्रदर्शन के बारे में कहा , ‘‘ मैं आत्मविश्वास से भरा हूं। पिछली बार राष्ट्रमंडल खेलों में मैं क्वार्टर फाइनल में हार गया था और अब वहां से आगे बढ़ने में सफल रहा। यहां स्वर्ण पदक जीतने सहित मेरे कई लक्ष्य हैं। मेरा अगला लक्ष्य 2020 ओलंपिक है। ’’ 

मनोज और हसमुद्दीन दोनों को सेमीफाइनल में इंग्लैंड के प्रतिद्वंद्वियों से भिड़ना होगा। मनोज का मुकाबला पैट मैकोर्माक और हसमुद्दीन का पीटर मैकग्रेल से होगा। 
पिछले एशियाई खेलों के कांस्य पदक विजेता सतीश ने क्वार्टर फाइनल में त्रिनिदाद एवं टौबेगो के नाइजल पॉल को हराकर अपने लिये पदक पक्का किया। 
इससे पहले एम सी मेरीकाम (48 किग्रा ) ने भी अपने पहले दौर का मुकाबला जीतकर पदक पक्का किया था ।