रोम। क्रिस्टियानो रोनाल्डो को पेनल्टी लेने का मौका तक नहीं मिला क्योंकि नैपोली ने इससे पहले पेनल्टी शूटआउट में युवेंटस को 4-2 से हराकर छठी बार इटालियन कप फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर दिया था। बुधवार को स्टेडियो ओलंपिका स्टेडियम में दर्शकों के बिना खेले गये इस मैच में रोनाल्डो की बारी आने से पहले ही आर्काडीज मिलिक ने नैपोली की तरफ से निर्णायक गोल दाग दिया था। इससे पहले निर्धारित समय में मैच गोलरहित बराबर रहा था।
रोनाल्डो को इटालियन कप में रिकॉर्ड 13 बार खिताब जीतने वाले युवेंटस की तरफ आखिरी पेनल्टी लेनी थी लेकिन इससे पहले पाउलो डायबेला का शॉट गोलकीपर ने रोक दिया जबकि डेनिलो का शॉट क्रासबार के ऊपर से बाहर चला गया। ऐसे में पांच बार के बैलन डिओर विजेता रोनाल्डो को मैदान पर खड़े होकर नैपोली को जीत दर्ज करते हुए देखना पड़ा।
इस हार से रोनाल्डो अपने आंसू नहीं थाम पाये। उनके साथी जुआन कॉडराडो ने कहा,‘‘वह परिणाम से थोड़ा दुखी था। जब भी मैच पेनल्टी में जाता है तो वह लॉटरी की तरह हो जाता है।’’
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रोनाल्डो के पास खेल के पांचवें मिनट में ही गोल करने का मौका था लेकिन नैपोली के दूसरी पसंद के गोलकीपर अलेक्स मेरेट ने उनका प्रयास नाकाम कर दिया था। युवेंटस के कोच मॉरिजियो सारी ने कहा कि रोनाल्डो कोरोना वायरस के कारण तीन महीने तक फुटबॉल से बाहर रहने के बाद अपनी चिर परिचित तेजी को हासिल करने के लिये संघर्ष करते हुए दिखे।
उन्होंने कहा,‘‘जब आप मैच नहीं खेल रहे होते हैं तो यह आम बात है।’’ लगभग तीन महीने के लॉकडाउन के बाद इटली में पिछले सप्ताह दूसरे चरण के सेमीफाइनल के साथ फुटबॉल की वापसी हुई। पूर्व कार्यक्रम के अनुसार यह फाइनल 13 मई को खेला जाना था। सेरी ए भी शनिवार से शुरू हो जाएगी। इस जीत से नैपोली को यूरोपा लीग ग्रुप चरण में सीधा प्रवेश भी मिल गया है।