नई दिल्ली। कोर्ट ऑफ आर्ब्रिटेशन फॉर स्पोर्ट (कैस) ने 2019 में एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) द्वारा लगाए गए डोपिंग के लिए चार साल के प्रतिबंध के खिलाफ भारतीय मध्यम दूरी की धाविका गोमती मणिमाथू की अपील को खारिज कर दिया है। एआईयू के अनुसार, कैस ने पिछले हफ्ते गोमती की अपील को खारिज कर दिया था।
एआईयू का कहना है कि गोमती का चार साल का प्रतिबंध मई 2019 से शुरू होगा और मई 2023 को समाप्त होगा। प्रतिबंध झेलते समय भारतीय धाविका विश्व एथलेटिक्स द्वारा अनुमोदित किसी भी कार्यक्रम में प्रतिस्पर्धा करने के लिए पात्र नहीं होगी।
साथ ही 18 मार्च से 17 मई 2019 के बीच के उसके सभी परिणाम भी रद्द कर दिए गए हैं। 32 वर्षीय धाविका ने 2019 में दोहा एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीता था लेकिन बाद में उनसे पदक छीन लिया गया।
एशियन मीट के दौरान वह कई भारतीय एथलीटों में से थीं, जिनके मूत्र का नमूना एआईयू द्वारा प्रदर्शन बढ़ाने वाली दवाओं के उपयोग की जांच के लिए लिया गया था। लेकिन उसके मूत्र का नमूना एनाबॉलिक स्टेरॉयड के लिए सकारात्मक लौटा और उसे अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया गया।
तमिलनाडु की धाविका 2019 में पटियाला में आयोजित फेडरेशन कप के दौरान डोप परीक्षण में विफल रही थी, जो दोहा एशियाई चैंपियनशिप के लिए एक पात्रता प्रतियोगिता थी। लेकिन फेडरेशन कप के दौरान आए उसके सकारात्मक परिणाम को नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी ने महाद्वीपीय प्रतियोगिता के बाद सार्वजनिक किया था।