बेंगलुरू। जिम सत्र में हुई गलती से मिडफील्डर रीना का करियर खत्म होने की कगार पर पहुंच गया था लेकिन आंख की दो सर्जरी और खेल से एक महीना दूर रहने के बाद वह टोक्यो ओलंपिक के लिये भारतीय महिला हॉकी टीम में चयन की उम्मीद लगाये हैं।
वर्ष 2017 में पदार्पण के बाद रीना भारतीय टीम में नियमित रूप से शामिल रहती थीं। उन्होंने अपनी मजबूत इच्छाशक्ति से चुनौतियों का सामना करते हुए वापसी की। रीना ने उस वाकये को याद करते हुए कहा, ‘‘मैं कुछ सरल एक्सरसाइज करने के लिये ‘स्ट्रेच-बैंड’ का इस्तेमाल कर रही थी लेकिन यह बैंड छूटकर मेरी बांयी आंख में लग गया। यह इतनी जल्दी हुआ कि मुझे प्रतिक्रिया करने का समय ही नहीं मिला। उस समय मुझे नहीं लगा कि अगले चार महीने मेरे जीवन के सबसे बुरा समय होगा। ’’
वह उस टीम का हिस्सा थीं जिसने 2018 एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था और साथ ही वह इसी साल एफआईएच महिला विश्व कप में भी खेली थीं। 2019 में हुई इस घटना से पहले वह अच्छा कर रही थीं लेकिन इस चोट ने उनके ओलंपिक क्वालीफायर में भागीदारी पर संशय पैदा कर दिया।
चंडीगढ़ की 26 साल की खिलाड़ी ने कहा, ‘‘शुरू में डाक्टर ने कहा कि यह जल्द ही ठीक हो जायेगा लेकिन एक महीने बाद भी दर्द जारी रहा। डाक्टर ने फिर सर्जरी की सलाह दी ताकि रेटिना हमेशा के लिये खराब नहीं हो जाये। यह खबर निराशाजनक थी और मैं सिर्फ यही सोच रही थी कि मैं फिर से हॉकी खेल पाऊंगी या नहीं। ’’ ब्रेक के बाद वह जुलाई में राष्ट्रीय शिविर में लौंटी।