कप्तान मनप्रीत सिंह ने माना, हॉकी टीम के पास ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने का सुनहरा मौका
भारतीय टीम अतीत में हॉकी में आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है लेकिन टीम ने अपना पिछला स्वर्ण 1980 में मॉस्को ओलंपिक में जीता था।
बेंगलुरू| भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का मानना है कि आगामी ओलंपिक में उनकी टीम के पास चार दशक के पदक के सूखे को समाप्त करने का सर्वश्रेष्ठ मौका होगा क्योंकि उन्हें तोक्यो खेलों के दौरान टीम से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की उम्मीद है। भारतीय टीम अतीत में हॉकी में आठ स्वर्ण पदक जीत चुकी है लेकिन टीम ने अपना पिछला स्वर्ण 1980 में मॉस्को ओलंपिक में जीता था।
मनप्रीत ने 23 जुलाई से शुरू होने वाले तोक्यो ओलंपिक की 75 दिन की उलटी गिनती के मौके पर कहा, ‘‘हमारा मानना है कि हमारे पास ओलंपिक में पदक जीतने का सर्वश्रेष्ठ मौका है और यह विश्वास सभी को प्रेरित और आशावान बना रहा है।’’
भारतीय कप्तान ने कहा, ‘‘हमारी ट्रेनिंग की योजना इस तरह बनाई गई है कि हम सही समय पर अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करें और तोक्यो के गर्म हालात से सामंजस्य बैठाने के लिए हम सूरज की रोशनी में कई घंटे बिता रहे हैं।’’
मनप्रीत ने कहा कि जर्मनी और स्पेन के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग मुकाबले कोरोना वायरस महामारी के कारण स्थगित होने से टीम को बड़ा झटका लगा है। उन्होंने कहा, ‘‘जर्मनी और स्पेन के खिलाफ एफआईएच प्रो लीग मुकाबले भी स्थगित होने से हम बेहद निराश थे क्योंकि इन मुकाबलों से निश्चित तौर पर हमारी तैयारी में मदद मिलती। लेकिन हम समझ सकते हैं कि यह बेहद मुश्किल समय है और यात्रा से जुड़ी पाबंदियां हैं।’’
इस बीच भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल राहत महसूस कर रही हैं कि हाल में कोविड-19 पॉजिटिव पाई गई सभी खिलाड़ी इस घातक वायरस से उबरने के बाद अगले हफ्ते ट्रेनिंग दोबारा शुरू करेंगी। रानी के अलावा सविता पूनिया, शर्मिला देवी, रजनी, नवजोत कौर, नवनीत कौर और सुशीला 10 दिन के ब्रेक के बाद राष्ट्रीय शिविर में लौटने पर कोविड पॉजिटिव पाई गई थी।
दो सहयोगी स्टाफ वीडियो विश्लेषक अमृतप्रकाश और वैज्ञानिक सलाहकार वेन लोम्बार्ड भी संक्रमित होने के बाद इस वायरस से उबर चुके हैं। रानी ने कहा, ‘‘हम राहत महसूस कर रहे हैं कि पॉजिटिव पाए गए सभी खिलाड़ी अब ठीक हैं और ट्रेनिंग दोबारा शुरू करने के लिए कमर कस चुके हैं।’’